[ad_1]
जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती बुखार पीड़ित गंभीर मरीज। संवाद
– फोटो : UNNAO
ख़बर सुनें
उन्नाव। जिले में बढ़ रही डेंगू मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। जिला अस्पताल में डेंगू मरीजों के उपचार के लिए छह-छह बेडों के दो वार्ड बनाए गए हैं। वहीं, स्वास्थ्य केंद्रों में भी छह-छह बेड सुरक्षित किए गए हैं।
जिसकी मानीटरिंग की जिम्मेदारी जिला मलेरिया अधिकारी को सौंपी गई है। वह सीएचसी में जाकर तैयारियों का जायजा ले रहे हैं।
मौसम में उतार चढ़ाव के साथ बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ जिला अस्पताल में रोजाना बुखार के 50 से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। इसमें 10 से 15 मरीज गंभीर बुखार से पीड़ित होते हैं।
ऐसे मरीजों का नाम, पता और मोबाइल नंबर अलग रजिस्टर में दर्ज किया जा रहा है। बुखार के साथ मलेरिया और डेंगू जांच के लिए सैंपल लिए जा रहे हैं।
शुक्रवार को मियागंज सीएचसी में हुई बुखार मरीजों की जांच में आसीवन थाने में तैनात महिला सिपाही की मां सहित छह लोग डेंगू पॉजिटिव मिले थे। किट से जांच के बाद अब उनका सैंपल एलाइजा जांच के लिए लखनऊ के राममनोहर लोहिया अस्पताल भेजा गया है। स्वास्थ्य आंकड़ों की माने तो जिले में अब तक डेंगू के 31 मरीज मिल चुके हैं।
सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि एलाइजा जांच की सुविधा न होने से जांच के लिए सैंपल लखनऊ भेजे जा रहे हैं। वहां से पुष्टि होने के बाद ही डेंगू मरीज माना जाता है।
डेंगू मरीजों के लिए सीएमओ ने निजी पैथोलॉजी संचालकों के लिए गाइड लाइन जारी की थी। जिसमें बुखार के गंभीर मरीजों में यदि किसी को डेंगू मिलता है तो उसका दूसरा सैंपल सीएमओ कार्यालय भेजा जाएगा।
डेंगू की पुष्टि के लिए उसने राम मनोहर लोहिया अस्पताल लखनऊ भेजा जाएगा। लेकिन निजी संचालक इस आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं। जिन्हें डेंगू निकलता है तो वह मरीज रिपोर्ट लेकर निजी अस्पताल इलाज के लिए चला जाता है।
सीएमओ कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से डेंगू जांच के लिए अब तक 290 सैंपल लखनऊ के राममनोहर लोहिया अस्पताल भेजे जा चुके हैं। इसमें 270 की रिपोर्ट भी आ गई है। जिसमें अब तक 31 पॉजिटिव मिल चुके हैं। 20 सैंपलों की रिपोर्ट अभी आनी है।
उन्नाव। जिले में बढ़ रही डेंगू मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। जिला अस्पताल में डेंगू मरीजों के उपचार के लिए छह-छह बेडों के दो वार्ड बनाए गए हैं। वहीं, स्वास्थ्य केंद्रों में भी छह-छह बेड सुरक्षित किए गए हैं।
जिसकी मानीटरिंग की जिम्मेदारी जिला मलेरिया अधिकारी को सौंपी गई है। वह सीएचसी में जाकर तैयारियों का जायजा ले रहे हैं।
मौसम में उतार चढ़ाव के साथ बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ जिला अस्पताल में रोजाना बुखार के 50 से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। इसमें 10 से 15 मरीज गंभीर बुखार से पीड़ित होते हैं।
ऐसे मरीजों का नाम, पता और मोबाइल नंबर अलग रजिस्टर में दर्ज किया जा रहा है। बुखार के साथ मलेरिया और डेंगू जांच के लिए सैंपल लिए जा रहे हैं।
शुक्रवार को मियागंज सीएचसी में हुई बुखार मरीजों की जांच में आसीवन थाने में तैनात महिला सिपाही की मां सहित छह लोग डेंगू पॉजिटिव मिले थे। किट से जांच के बाद अब उनका सैंपल एलाइजा जांच के लिए लखनऊ के राममनोहर लोहिया अस्पताल भेजा गया है। स्वास्थ्य आंकड़ों की माने तो जिले में अब तक डेंगू के 31 मरीज मिल चुके हैं।
सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि एलाइजा जांच की सुविधा न होने से जांच के लिए सैंपल लखनऊ भेजे जा रहे हैं। वहां से पुष्टि होने के बाद ही डेंगू मरीज माना जाता है।
डेंगू मरीजों के लिए सीएमओ ने निजी पैथोलॉजी संचालकों के लिए गाइड लाइन जारी की थी। जिसमें बुखार के गंभीर मरीजों में यदि किसी को डेंगू मिलता है तो उसका दूसरा सैंपल सीएमओ कार्यालय भेजा जाएगा।
डेंगू की पुष्टि के लिए उसने राम मनोहर लोहिया अस्पताल लखनऊ भेजा जाएगा। लेकिन निजी संचालक इस आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं। जिन्हें डेंगू निकलता है तो वह मरीज रिपोर्ट लेकर निजी अस्पताल इलाज के लिए चला जाता है।
सीएमओ कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से डेंगू जांच के लिए अब तक 290 सैंपल लखनऊ के राममनोहर लोहिया अस्पताल भेजे जा चुके हैं। इसमें 270 की रिपोर्ट भी आ गई है। जिसमें अब तक 31 पॉजिटिव मिल चुके हैं। 20 सैंपलों की रिपोर्ट अभी आनी है।
[ad_2]
Source link