Lucknow: मोपेड मैकेनिक का बेटा आमिर जूनियर हॉकी टीम से खेलेगा, होमगार्ड के बेटे का भी चयन, पिता बोले- यादगार बना दिन

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आमिर अली व शारदानंद तिवारी।

आमिर अली व शारदानंद तिवारी।
– फोटो : amar ujala

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रोजाना की तरह शाहनजफ इमामबाड़े के गेट के बगल में ग्राहक के इंतजार में बैठे मोपेड मैकेनिक तसव्वुर अली का शनिवार दोपहर को मोबाइल फोन घनघनाता है। यह कॉल उनके बड़े बेटे आमिर अली की थी, जो बंगलूरू में भारतीय जूनियर हॉकी टीम के कैंप का हिस्सा है। उसने जैसे ही बताया कि वह मलेशिया के प्रतिष्ठित सुल्तान जोहोर कप हॉकी टूर्नामेंट के लिए चुन लिया गया है, तसव्वुर झूम उठे और साथियों से खुशी साझा की।

आमिर की ही तरह 18 वर्ष के शारदानंद तिवारी भी टूर्नामेंट के लिए चयनित हुए। गत वर्ष नवंबर-दिसंबर में जूनियर वर्ल्ड कप खेल चुके शारदानंद के पिता डीएम हाउस में होमगार्ड हैं। भारतीय टीम के कप्तान करमपुर (जिला गाजीपुर) के फॉरवर्ड उत्तम सिंह होंगे। मिडफील्डर के रूप में चमक बिखेरने वाले विष्णुकांत अटगांवा (जिला हमीरपुर) टीम में यूपी से शामिल होने वाले चौथे खिलाड़ी हैं। टूर्नामेंट 22 से 29 अक्तूबर तक चलेगा।

लंबे समय से जूनियर इंडिया कैंप में शामिल आमिर का पहली बार भारतीय टीम में सेलेक्शन हुआ है। डिफेंडर के रूप में शानदार प्रदर्शन करने वाले आमिर ने पिछले कुछ समय में खुद को ड्रैग फ्लिकर के रूप में भी तैयार किया, जिसका उन्हें इनाम भी मिला। छह साल पहले चंद्रभानु गुप्त खेल मैदान में गरीब वर्ग के बच्चों को निशुल्क हॉकी खिलाने वाली केडी सिंह बाबू हॉकी सोसाइटी से प्रशिक्षु रहे आमिर ने छोटे भाई शाहरुख अली के साथ कोच मो. राशिद अजीज के निर्देशन में खेलना शुरू किया।

दो साल की ट्रेनिंग के बाद उनका चयन पहले प्रदेश की सब जूनियर और फिर जूनियर हॉकी टीम में हुआ। मई में यूपी को जूनियर नेशनल हॉकी का चैंपियन बनाने में आमिर ने अपने डिफेंस से चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा और ड्रैग फ्लिक का कमाल दिखाते हुए तीन गोल भी ठोके। इस प्रदर्शन के आधार पर उसका 33 सदस्यीय खिलाड़ियों वाले नेशनल कैंप के लिए चयन हो गया। 

भारतीय टीम में खेलने के लिए उत्साहित हूं
आमिर अली ने कहा, पहली बार भारतीय टीम के लिए खेलने को लेकर बहुत उत्साहित हूं। यहां तक पहुंचने में पिता तसव्वुर अली का बड़ा योगदान है। कोच राशिद अजीज का भी आभारी हूं, जिन्होंने मुझे हॉकी पकड़वाई और हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

यादगार बन गया आज का दिन
पिता तसव्वुर अली का कहना है कि आज का दिन हमेशा के लिए यादगार बन गया है। मेरा बड़ा बेटा पहली बार देश की जर्सी पहनेगा। जीवन में संघर्ष तो चलता रहेगा, लेकिन बेटों की सफलता चुनौतियों से लड़ने के लिए प्रेरित करती है। दुआ है कि आमिर जूनियर के बाद सीनियर टीम के लिए खेले।

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रोजाना की तरह शाहनजफ इमामबाड़े के गेट के बगल में ग्राहक के इंतजार में बैठे मोपेड मैकेनिक तसव्वुर अली का शनिवार दोपहर को मोबाइल फोन घनघनाता है। यह कॉल उनके बड़े बेटे आमिर अली की थी, जो बंगलूरू में भारतीय जूनियर हॉकी टीम के कैंप का हिस्सा है। उसने जैसे ही बताया कि वह मलेशिया के प्रतिष्ठित सुल्तान जोहोर कप हॉकी टूर्नामेंट के लिए चुन लिया गया है, तसव्वुर झूम उठे और साथियों से खुशी साझा की।

आमिर की ही तरह 18 वर्ष के शारदानंद तिवारी भी टूर्नामेंट के लिए चयनित हुए। गत वर्ष नवंबर-दिसंबर में जूनियर वर्ल्ड कप खेल चुके शारदानंद के पिता डीएम हाउस में होमगार्ड हैं। भारतीय टीम के कप्तान करमपुर (जिला गाजीपुर) के फॉरवर्ड उत्तम सिंह होंगे। मिडफील्डर के रूप में चमक बिखेरने वाले विष्णुकांत अटगांवा (जिला हमीरपुर) टीम में यूपी से शामिल होने वाले चौथे खिलाड़ी हैं। टूर्नामेंट 22 से 29 अक्तूबर तक चलेगा।

लंबे समय से जूनियर इंडिया कैंप में शामिल आमिर का पहली बार भारतीय टीम में सेलेक्शन हुआ है। डिफेंडर के रूप में शानदार प्रदर्शन करने वाले आमिर ने पिछले कुछ समय में खुद को ड्रैग फ्लिकर के रूप में भी तैयार किया, जिसका उन्हें इनाम भी मिला। छह साल पहले चंद्रभानु गुप्त खेल मैदान में गरीब वर्ग के बच्चों को निशुल्क हॉकी खिलाने वाली केडी सिंह बाबू हॉकी सोसाइटी से प्रशिक्षु रहे आमिर ने छोटे भाई शाहरुख अली के साथ कोच मो. राशिद अजीज के निर्देशन में खेलना शुरू किया।

दो साल की ट्रेनिंग के बाद उनका चयन पहले प्रदेश की सब जूनियर और फिर जूनियर हॉकी टीम में हुआ। मई में यूपी को जूनियर नेशनल हॉकी का चैंपियन बनाने में आमिर ने अपने डिफेंस से चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा और ड्रैग फ्लिक का कमाल दिखाते हुए तीन गोल भी ठोके। इस प्रदर्शन के आधार पर उसका 33 सदस्यीय खिलाड़ियों वाले नेशनल कैंप के लिए चयन हो गया। 

भारतीय टीम में खेलने के लिए उत्साहित हूं

आमिर अली ने कहा, पहली बार भारतीय टीम के लिए खेलने को लेकर बहुत उत्साहित हूं। यहां तक पहुंचने में पिता तसव्वुर अली का बड़ा योगदान है। कोच राशिद अजीज का भी आभारी हूं, जिन्होंने मुझे हॉकी पकड़वाई और हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

यादगार बन गया आज का दिन

पिता तसव्वुर अली का कहना है कि आज का दिन हमेशा के लिए यादगार बन गया है। मेरा बड़ा बेटा पहली बार देश की जर्सी पहनेगा। जीवन में संघर्ष तो चलता रहेगा, लेकिन बेटों की सफलता चुनौतियों से लड़ने के लिए प्रेरित करती है। दुआ है कि आमिर जूनियर के बाद सीनियर टीम के लिए खेले।



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