दो दिन से लापता वृद्ध का तालाब में मिला शव

0
17

[ad_1]

ख़बर सुनें

हसनगंज। घर से निकले वृद्ध का शव तीसरे दिन तालाब में उतराता मिला। मृतक के बेटे के अनुसार पिता मानसिक रुप से बीमार थे।
पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के साथ ही जांच शुरू कर दी है।
पिछवाड़ा गांव निवासी मिश्रीलाल (75) दो दिन पहले घर से बिना बताए निकल गए थे। परिजनों ने तलाश की लेकिन उनका कहीं पता नहीं चला था।
परिजनों ने गुमशुदगी भी दर्ज नहीं कराई थी।
गुरुवार शाम करीब चार बजे शव गांव के बाहर तालाब में उतराता मिला। शौच के लिए गए ग्रामीणों ने शव देख सूचना पुलिस को दी।
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने जांच की और शव बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
कोतवाल राजेश सिंह ने बताया कि बेटे ने मानसिक विक्षिप्त बताया है। उसकी तहरीर पर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
मार्ग दुर्घटना में घायल युवक की इलाज के दौरान मौत
शव गांव पहुंचने पर मचा कोहराम, पांच दिन पहले हुआ था घायल
संवाद न्यूज एजेंसी
औरास। सड़क हादसे में घायल कस्बा निवासी युवक की लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक का शव पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया।
औरास थानाक्षेत्र के गुलाबखेड़ा निवासी शिवबालक (40) परिवार सहित शुक्लागंज में रहता था। कानपुर के परेड मोहल्ले में संचालित एक होटल में नौकरी करता था। रविवार रात करीब 11 बजे छुट्टी के बाद वह साइकिल से शुक्लागंज घर जा रहा था। कानपुर झकरकटी के पास अज्ञात वाहन की टक्कर से वह घायल हो गया था। गुरुवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पत्नी प्रेमा और दो बच्चों के साथ अन्य परिजन बेहाल हैं। वह पांच भाइयों में चौथे नंबर का था।
बंदर ने वृद्धा को काटकर घायल किया
एक पखवारे में चार लोगों को बनाया शिकार
संवाद न्यूज एजेंसी
बीघापुर। रायपुर और जयराजामऊ गांव में लोग बंदरों के आतंक से परेशान हैं। गुरुवार को बंदर ने वृद्धा को काट लिया। घायल का इलाज चल रहा है।
रायपुर गांव निवासी ब्रह्मादेई(60) गुरुवार दोपहर दरवाजे पर बैठी थी। तभी बंदर ने उन पर हमलाकर घायल कर दिया। परिजनों ने निजी अस्पताल में इलाज कराया। रायपुर पूर्व प्रधान मुन्नू शुक्ला, प्रधान सधन लाल व जयराजमऊ ग्राम प्रधान लल्लन सिंह ने बताया कि दोनों गांवों में बंदरों का आतंक पिछले एक महीने से है। एक पखवारे में गांव में अंशिका (12), गोविंद (10), ऋचा सिंह(20), सोनी देवी (13) को भी बंदर काट चुके हैं। वन विभाग के दरोगा शरद बाजपेयी ने बताया कि बंदर को पकड़ने के लिए टीम भेजी गई थी, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया।

यह भी पढ़ें -  ई-केवाईसी न कराने वाले किसानों का रुकेगा सम्मान

हसनगंज। घर से निकले वृद्ध का शव तीसरे दिन तालाब में उतराता मिला। मृतक के बेटे के अनुसार पिता मानसिक रुप से बीमार थे।

पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के साथ ही जांच शुरू कर दी है।

पिछवाड़ा गांव निवासी मिश्रीलाल (75) दो दिन पहले घर से बिना बताए निकल गए थे। परिजनों ने तलाश की लेकिन उनका कहीं पता नहीं चला था।

परिजनों ने गुमशुदगी भी दर्ज नहीं कराई थी।

गुरुवार शाम करीब चार बजे शव गांव के बाहर तालाब में उतराता मिला। शौच के लिए गए ग्रामीणों ने शव देख सूचना पुलिस को दी।

घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने जांच की और शव बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

कोतवाल राजेश सिंह ने बताया कि बेटे ने मानसिक विक्षिप्त बताया है। उसकी तहरीर पर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

मार्ग दुर्घटना में घायल युवक की इलाज के दौरान मौत

शव गांव पहुंचने पर मचा कोहराम, पांच दिन पहले हुआ था घायल

संवाद न्यूज एजेंसी

औरास। सड़क हादसे में घायल कस्बा निवासी युवक की लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक का शव पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया।

औरास थानाक्षेत्र के गुलाबखेड़ा निवासी शिवबालक (40) परिवार सहित शुक्लागंज में रहता था। कानपुर के परेड मोहल्ले में संचालित एक होटल में नौकरी करता था। रविवार रात करीब 11 बजे छुट्टी के बाद वह साइकिल से शुक्लागंज घर जा रहा था। कानपुर झकरकटी के पास अज्ञात वाहन की टक्कर से वह घायल हो गया था। गुरुवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पत्नी प्रेमा और दो बच्चों के साथ अन्य परिजन बेहाल हैं। वह पांच भाइयों में चौथे नंबर का था।

बंदर ने वृद्धा को काटकर घायल किया

एक पखवारे में चार लोगों को बनाया शिकार

संवाद न्यूज एजेंसी

बीघापुर। रायपुर और जयराजामऊ गांव में लोग बंदरों के आतंक से परेशान हैं। गुरुवार को बंदर ने वृद्धा को काट लिया। घायल का इलाज चल रहा है।

रायपुर गांव निवासी ब्रह्मादेई(60) गुरुवार दोपहर दरवाजे पर बैठी थी। तभी बंदर ने उन पर हमलाकर घायल कर दिया। परिजनों ने निजी अस्पताल में इलाज कराया। रायपुर पूर्व प्रधान मुन्नू शुक्ला, प्रधान सधन लाल व जयराजमऊ ग्राम प्रधान लल्लन सिंह ने बताया कि दोनों गांवों में बंदरों का आतंक पिछले एक महीने से है। एक पखवारे में गांव में अंशिका (12), गोविंद (10), ऋचा सिंह(20), सोनी देवी (13) को भी बंदर काट चुके हैं। वन विभाग के दरोगा शरद बाजपेयी ने बताया कि बंदर को पकड़ने के लिए टीम भेजी गई थी, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया।



[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here