जांच के लिए बैंक में मौजूद कर्मचारी। – फोटो : amar ujala
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जालसाजों ने कर्मचारियों की मिलीभगत से हजरतगंज स्थित सहकारी बैंक के खाते से डेढ़ सौ करोड़ रुपये उड़ा दिए। बैंक के अधिकारियों ने सोमवार को साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया। आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस बैंक के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच कर रही है। मामले की जांच शुरू हो गई है। परिसर आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। ग्राहक बाहर से लौटाए जा रहे हैं। 7 से 8 खातों से पैसा निकलने की बात सामने आ रही है। न कर्मचारी और न अधिकारी कोई भी बात करने को तैयार नहीं है।
जिलाधिकारी आवास के पास स्थित सहकारी बैंक में शनिवार को छुट्टी के बाद कुछ कर्मचारी और दो अज्ञात लोग अंदर मौजूद थे। रात को बैंक के सुरक्षाकर्मी ने उन्हें देखा तो आपत्ति की। तब उसे धमकी दी गई। सुरक्षाकर्मी ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी तो वे भाग निकले। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने जांच-पड़ताल की।
रविवार को अधिकारियों ने खाते की जांच की तो पता चला कि 150 करोड़ रुपये साफ हो गए हैं। तब अफसरों ने पुलिस को सूचना दी। बैंक अधिकारी केस दर्ज कराने हजरतगंज थाना स्थित साइबर क्राइम सेल पहुंचे तो उन्हें साइबर थाने जाने की सलाह दी गई।
सोमवार को अधिकारियों ने एसटीएफ भवन स्थित साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया। साइबर क्राइम थाने के इंस्पेक्टर के मुताबिक खाते से निकाली गई रकम को फ्रीज करा दिया गया है।
जालसाजों ने कर्मचारियों की मिलीभगत से हजरतगंज स्थित सहकारी बैंक के खाते से डेढ़ सौ करोड़ रुपये उड़ा दिए। बैंक के अधिकारियों ने सोमवार को साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया। आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस बैंक के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच कर रही है। मामले की जांच शुरू हो गई है। परिसर आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। ग्राहक बाहर से लौटाए जा रहे हैं। 7 से 8 खातों से पैसा निकलने की बात सामने आ रही है। न कर्मचारी और न अधिकारी कोई भी बात करने को तैयार नहीं है।
जिलाधिकारी आवास के पास स्थित सहकारी बैंक में शनिवार को छुट्टी के बाद कुछ कर्मचारी और दो अज्ञात लोग अंदर मौजूद थे। रात को बैंक के सुरक्षाकर्मी ने उन्हें देखा तो आपत्ति की। तब उसे धमकी दी गई। सुरक्षाकर्मी ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी तो वे भाग निकले। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने जांच-पड़ताल की।
रविवार को अधिकारियों ने खाते की जांच की तो पता चला कि 150 करोड़ रुपये साफ हो गए हैं। तब अफसरों ने पुलिस को सूचना दी। बैंक अधिकारी केस दर्ज कराने हजरतगंज थाना स्थित साइबर क्राइम सेल पहुंचे तो उन्हें साइबर थाने जाने की सलाह दी गई।
सोमवार को अधिकारियों ने एसटीएफ भवन स्थित साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया। साइबर क्राइम थाने के इंस्पेक्टर के मुताबिक खाते से निकाली गई रकम को फ्रीज करा दिया गया है।