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उन्नाव। गंगा कटरी का क्षेत्र हरियाली से लहलहाने के साथ किसानों की आमदनी बढ़ाएगी। नमामि गंगे योजना के तहत 200 हेक्टेअर गंगा कटरी क्षेत्र में अमरूद, कागजी नींबू, शरीफा, बेर, आंवला, बेल के बाग लगाए जाएंगे। इस योजना से 300 से 400 किसानों को लाभान्वित किया जाएगा।
गंगा का कटरी क्षेत्र अभी तरबूज, खरबूज, खीरा, ककड़ी, लौकी, तरोई के लिए बेहतर माना जाता है। सुमेरपुर, बीघापुर, सिकंदरपुर कर्ण, सिकंदरपुर सरोसी, सफीपुर, फतेहपुर चौरासी, गंजमुरादाबाद, बांगरमऊ के 34 गांवों में बाग लगाए जाएंगे। कटरी में अमरूद की बाग को प्राथमिकता मिलेगी। अमरूद का पेड़ अधिक पानी में भी टिका रहता है।
जिला उद्यान अधिकारी जयराम वर्मा ने बताया कि उद्यान विभाग से जुड़े किसानों को कटरी में फलों के बाग लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। वर्तमान में 80-81 हेक्टेअर में बाग तैयार कराने का काम किया जा रहा है। शेष बचे लक्ष्य के सापेक्ष किसानों को चयन किया जा रहा है।
उन्नाव। गंगा कटरी का क्षेत्र हरियाली से लहलहाने के साथ किसानों की आमदनी बढ़ाएगी। नमामि गंगे योजना के तहत 200 हेक्टेअर गंगा कटरी क्षेत्र में अमरूद, कागजी नींबू, शरीफा, बेर, आंवला, बेल के बाग लगाए जाएंगे। इस योजना से 300 से 400 किसानों को लाभान्वित किया जाएगा।
गंगा का कटरी क्षेत्र अभी तरबूज, खरबूज, खीरा, ककड़ी, लौकी, तरोई के लिए बेहतर माना जाता है। सुमेरपुर, बीघापुर, सिकंदरपुर कर्ण, सिकंदरपुर सरोसी, सफीपुर, फतेहपुर चौरासी, गंजमुरादाबाद, बांगरमऊ के 34 गांवों में बाग लगाए जाएंगे। कटरी में अमरूद की बाग को प्राथमिकता मिलेगी। अमरूद का पेड़ अधिक पानी में भी टिका रहता है।
जिला उद्यान अधिकारी जयराम वर्मा ने बताया कि उद्यान विभाग से जुड़े किसानों को कटरी में फलों के बाग लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। वर्तमान में 80-81 हेक्टेअर में बाग तैयार कराने का काम किया जा रहा है। शेष बचे लक्ष्य के सापेक्ष किसानों को चयन किया जा रहा है।
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