गोरखपुर: जमीन दिलाने का झांसा देकर 75 लाख हड़पे, दो गिरफ्तार

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सांकेतिक तस्वीर।

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– फोटो : अमर उजाला।

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जमीन दिलाने के नाम पर डॉक्टर से 75 लाख रुपये हड़पने के दो आरोपियों को बृहस्पतिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों के खिलाफ कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने की धाराओं में केस दर्ज है। शुक्रवार को आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।

डॉक्टर ने चैरिटेबल हॉस्पिटल खोलने के लिए जमीन खरीदने के लिए आरोपियों से संपर्क किया था। पकड़े गए आरोपियों की पहचान विंध्यवासिनी नगर निवासी विनोद कुमार द्विवेदी और सहारा स्टेट परिसर गोरखपुर में रहने वाले अजय यादव के रूप में हुई है।

कुशीनगर के कसया थाना क्षेत्र के दीनदयाल उपाध्याय नगर कॉलोनी निवासी व देवरिया के तरकुलवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डॉ. मनोज कुमार जैन ने केस दर्ज कराया था। डॉक्टर के मुताबिक, जून 2018 में किडनी ट्रांसप्लांट हुई थी। इसके बाद ही गोरखपुर में एक चैरिटेबल हॉस्पिटल खोलने की इच्छा जगी। मंशा थी कि गरीब मरीजों को सस्ते दर पर इलाज किया जाए।

 

हॉस्पिटल के लिए जमीन की जरूरत पड़ी तो अपने मित्र राजीव नयन दुबे से बात की। राजीव ने कहा कि मौसी का लड़का विनोद कुमार द्विवेदी गोरखपुर में रहकर जमीन खरीद-बिक्री का काम करता है। इस संबंध में विनोद से बात भी की गई।
 
विनोद ने जमीन के दो और कारोबारियों श्यामेंद्र सिंह निवासी ग्राम औरंगाबाद थाना गुलरिहा व अजय यादव से मिलवाया। तीनों ने मिलकर औरंगाबाद में 56 डिसमिल जमीन दिखाई और कहा कि जमीन सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी सतीश कुमार की है।

सतीश कुमार जमीन बेचने के लिए अधिकृत कर रखा है। जमीन पसंद आ गई। 12 हजार स्क्वायर फिट जमीन लेने की सहमति भी दे दी। 900 रुपये स्क्वायर फिट के हिसाब से कुल एक करोड़ आठ लाख रुपये में सौदा तय हुआ। इसी लिहाज से 75 लाख रुपये का भुगतान भी किया। बाद में पता चला कि आरोपियों ने जालसाजी की है।

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जमीन बेचने के लिए अधिकृत नहीं थे, फिर भी कूटरचित दस्तावेज बनाकर पैसा जमा करा लिया। केस दर्ज करके पुलिस मामले की जांच कर रही थी। अब पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

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जमीन दिलाने के नाम पर डॉक्टर से 75 लाख रुपये हड़पने के दो आरोपियों को बृहस्पतिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों के खिलाफ कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने की धाराओं में केस दर्ज है। शुक्रवार को आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।

डॉक्टर ने चैरिटेबल हॉस्पिटल खोलने के लिए जमीन खरीदने के लिए आरोपियों से संपर्क किया था। पकड़े गए आरोपियों की पहचान विंध्यवासिनी नगर निवासी विनोद कुमार द्विवेदी और सहारा स्टेट परिसर गोरखपुर में रहने वाले अजय यादव के रूप में हुई है।

कुशीनगर के कसया थाना क्षेत्र के दीनदयाल उपाध्याय नगर कॉलोनी निवासी व देवरिया के तरकुलवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डॉ. मनोज कुमार जैन ने केस दर्ज कराया था। डॉक्टर के मुताबिक, जून 2018 में किडनी ट्रांसप्लांट हुई थी। इसके बाद ही गोरखपुर में एक चैरिटेबल हॉस्पिटल खोलने की इच्छा जगी। मंशा थी कि गरीब मरीजों को सस्ते दर पर इलाज किया जाए।

 



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