Fraud: कोऑपरेटिव बैंक से 146 करोड़ रुपये उड़ाने के मामले 25 हजार का इनामी गिरफ्तार

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A man accused in fraud of 146 crore in cooprative got arrested.

– फोटो : Social Media

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उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक से 146 करोड़ रुपये उड़ाने के मामले में साइबर क्राइम थाने की टीम ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। एसपी साइबर क्राइम त्रिवेणी सिंह ने इस आरोपी पर 25 हजार का इनाम शनिवार को घोषित किया था। पकड़ा गया आरोपी साइबर एक्सपर्ट बताया जा रहा है।

प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम थाना मो. मुस्लिम खां के मुताबिक, पकड़ा गया आरोपी सतीश कुमार काकोरी के कर्झन गांव का रहने वाला है। उसे साइबर क्राइम टीम ने इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे से रविवार दोपहर को गिरफ्तार किया। 146 करोड़ के हेराफेरी में सतीश का काम ऑनलाइन ठगी से आने वाली रकम को नकदी में बदलने का था। इसके लिए वह दिल्ली गया था। वह अन्य आरोपियों के संपर्क में था और व्हाट्सएप कॉल के जरिये लगातार आरोपियों को निर्देश भी दे रहा था।

प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक, सतीश काफी शातिर है। इतनी बड़ी रकम को खातों से निकालकर नकदी में बदलने के लिए उसने लखनऊ से लेकर दिल्ली तक के कई लोगों से संपर्क किया था। हालांकि सतर्कता से रकम बच गई। पुलिस सतीश के आपराधिक रिकॉर्ड के बारे में जानकारी जुटा रही है। अभी इस मामले में ज्ञानदेव पाल, रवि सिंह वर्मा और उमेश कुमार गिरी की तलाश की जा रही है। इसके अलावा मुख्य आरोपी गंगा सागर चौहान की तलाश में पुलिस टीमें उसके करीबियों पर लगातार निगरानी कर रही हैं। 

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उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक से 146 करोड़ रुपये उड़ाने के मामले में साइबर क्राइम थाने की टीम ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। एसपी साइबर क्राइम त्रिवेणी सिंह ने इस आरोपी पर 25 हजार का इनाम शनिवार को घोषित किया था। पकड़ा गया आरोपी साइबर एक्सपर्ट बताया जा रहा है।

प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम थाना मो. मुस्लिम खां के मुताबिक, पकड़ा गया आरोपी सतीश कुमार काकोरी के कर्झन गांव का रहने वाला है। उसे साइबर क्राइम टीम ने इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे से रविवार दोपहर को गिरफ्तार किया। 146 करोड़ के हेराफेरी में सतीश का काम ऑनलाइन ठगी से आने वाली रकम को नकदी में बदलने का था। इसके लिए वह दिल्ली गया था। वह अन्य आरोपियों के संपर्क में था और व्हाट्सएप कॉल के जरिये लगातार आरोपियों को निर्देश भी दे रहा था।

प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक, सतीश काफी शातिर है। इतनी बड़ी रकम को खातों से निकालकर नकदी में बदलने के लिए उसने लखनऊ से लेकर दिल्ली तक के कई लोगों से संपर्क किया था। हालांकि सतर्कता से रकम बच गई। पुलिस सतीश के आपराधिक रिकॉर्ड के बारे में जानकारी जुटा रही है। अभी इस मामले में ज्ञानदेव पाल, रवि सिंह वर्मा और उमेश कुमार गिरी की तलाश की जा रही है। इसके अलावा मुख्य आरोपी गंगा सागर चौहान की तलाश में पुलिस टीमें उसके करीबियों पर लगातार निगरानी कर रही हैं। 



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