वाराणसी-गाजीपुर मार्ग पर स्थित प्रसिद्ध कैथी मार्कंडेय महादेव मंदिर दर्शन करने आया एक किशोर स्नान के दौरान गंगा में डूब गया। घंटों मशक्कत के बाद पुलिस ने गोताखोरों की मदद से शव को बाहर निकाला। हादसे की सूचना मिलते ही किशोर के परिजनों में कोहराम मच गया। दिवाली त्योहार की खुशियां मातम में बदल गई।
गरथौली गांव निवासी नंदलाल प्रजापति का बेटा आशीष प्रजापति उर्फ अंशू अपने दोस्तों संग दीपावली पर मार्कंडेय महादेव मंदिर जलाभिषेक करने आया था। आशीष और उसके दोस्त संगम घाट पर गंगा में स्नान करने लगे। इसी दौरान आशीष का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चला गया। साथियों ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन वो असफल रहे।
दोस्तों के शोर मचाने पर स्थानीय गोताखोरों ने गंगा में छलांग लगाई और तलाश शुरू की। घंटों मशक्कत के बाद आशीष का शव बरामद हुआ। प्रभारी निरीक्षक राजेश सिंह ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए भिजवाया। आशीष श्री सुभाष इंटर कॉलेज चौबेपुर में 12वीं का छात्र था।
उसके पिता मुंबई में प्राइवेट नौकरी करते हैं। तीन भाई व एक बहन में वह सबसे बड़ा था। घटना की जानकारी होते ही मां सावित्री, बहन खूशबू, भाई संवरू और दीपक घटना स्थल पर पहुंचे। सभी का रो-रोकर बुरा हाल रहा। कहा कि इस हादसे ने दिवाली के दिन परिवार को जिंदगीभर ना भूलने वाला गम दे दिया।
वाराणसी-गाजीपुर मार्ग पर स्थित प्रसिद्ध कैथी मार्कंडेय महादेव मंदिर दर्शन करने आया एक किशोर स्नान के दौरान गंगा में डूब गया। घंटों मशक्कत के बाद पुलिस ने गोताखोरों की मदद से शव को बाहर निकाला। हादसे की सूचना मिलते ही किशोर के परिजनों में कोहराम मच गया। दिवाली त्योहार की खुशियां मातम में बदल गई।
गरथौली गांव निवासी नंदलाल प्रजापति का बेटा आशीष प्रजापति उर्फ अंशू अपने दोस्तों संग दीपावली पर मार्कंडेय महादेव मंदिर जलाभिषेक करने आया था। आशीष और उसके दोस्त संगम घाट पर गंगा में स्नान करने लगे। इसी दौरान आशीष का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चला गया। साथियों ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन वो असफल रहे।
दोस्तों के शोर मचाने पर स्थानीय गोताखोरों ने गंगा में छलांग लगाई और तलाश शुरू की। घंटों मशक्कत के बाद आशीष का शव बरामद हुआ। प्रभारी निरीक्षक राजेश सिंह ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए भिजवाया। आशीष श्री सुभाष इंटर कॉलेज चौबेपुर में 12वीं का छात्र था।