दिवाली की रात आकाश में पटाखों की रंग बिरंगी आतिशबाजी की मनमोहक छटा ने भले ही मन को खुश कर दिया हो, लेकिन वातावरण का सेहत काफी बिगाड़ दिया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) से मिले आंकड़ों के मुताबिक, दिवाली के अगले दिन ही नहीं, उसके एक दिन बाद तक शहर की हवा की गुणवत्ता काफी खराब रही। एयर क्वालिटी इंडेक्स तो खतरनाक स्तर तक जा पहुंचा। दिवाली के पहले जहां एक्यूआई 94 था, दिवाली के अगले दिन 160 पहुंच गया। इसके बाद 231 दर्ज किया गया।
दिवाली के पहले कुछ यूं रहा एयर क्वालिटी इंडेक्स ( 24 अक्तूबर)
एयर क्वालिटी इंडेक्स 94
पोल्यूटेंट्स मिनिमम एवरेज मैक्सिममपीएम 2.5 45.0 94.0 328.0
पीएम 10 37.0 70.0 143.0
नाइट्रोजन ऑक्साइड 2.0 2.0 2.0
अमोनिया 1.0 1.0 1.0
सल्फर डाइऑक्साइड 48.0 50.0 51.0
कार्बन मोनोऑक्साइड 10.0 19.0 34.0
ओजोन 3.0 22.0 34.0
दिवाली के बाद एयर क्वालिटी इंडेक्स (25 अक्तूबर सुबह 5:10 बजे)
एयर क्वालिटी इंडेक्स 160
पोल्यूटेंट्स मिनिमम एवरेज मैक्सिमम 2.5 45.0 160.0 423.0
पीएम 10 37.0 100.0 267.0
नाइट्रोजन ऑक्साइड 2.0 2.0 2.0
अमोनिया 1.0 1.0 1.0
सल्फर डाइऑक्साइड 49.0 50.0 52.0
कार्बन मोनोऑक्साइड 10.0 29.0 33.0
ओजोन 1.0 4.0 34.0
दिवाली के 2 दिन बाद एयर क्वालिटी इंडेक्स (26 अक्तूबर सुबह 6: 10 मिनट बजे)
एयर क्वालिटी इंडेक्स 231
पॉलिटिक्स मिनिमम एवरेज मैक्सिमम 2.5 88.0 231.0 338.0
पीएम 10 78.0 119.0 153.0
नाइट्रोजन ऑक्साइड 2.0 2.0 2.0
अमोनिया 1.0 1.0 2.0
सल्फर डाइऑक्साइड 48.0 51.0 53.0
कार्बन मोनोऑक्साइड 23.0 37.0 38.0
ओजोन 3.0 4.0 55.0
दिवाली की रात वातावरण में 428 तक पहुंचे बारूद के कण
दिवाली की रात शहर के लोगों ने इतनी आतिशबाजी की की हवा में बारूद के कण काफी ज्यादा घुल गए। सुबह से रात 9:00 बजे तक जहां हवा में पीएम 2.5 की मात्रा 100 मिलीग्राम प्रति घन मीटर से कम रही, वही आतिशबाजी के साथ यह बढ़ती चली गई। हवा में बारूद के कारण इतनी ज्यादा घुल मिल गए की पीएम 2.5 की मात्रा 428 तक पहुंच गई। रात 9:00 बजे से पीएम 2.5 और पीएम 10 का ग्राफ लगातार बढ़ता चला गया। भोर में 3:00 बजे के बाद हवा के प्रदूषण का ग्राफ गिरना शुरू हुआ।