कड़ी सुरक्षा के बीच नव संघ की मां काली प्रतिमा का विसर्जन – फोटो : अमर उजाला
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वाराणसी के देवनाथपुरा नव संघ की मां काली प्रतिमा का विसर्जन शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ। गाजे-बाजे के साथ निकली मां काली प्रतिमा और विसर्जन जुलूस में पुलिस की कड़ी निगरानी रही। पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश विसर्जन के दौरान मौजूद रहे। क्यूआरटी, पीएसी के अलावा आसपास थानों की फोर्स के बीच विसर्जन कराया गया।
संवेदनशील मदनपुरा, जंगमबाड़ी, गोदौलिया में अतिरिक्त फोर्स की तैनाती रही। जुमे की नमाज और विसर्जन को लेकर अलर्ट मोड में रही। शाम को देवनाथपुरा से जैसे ही प्रतिमा गाजे बाजे के साथ निकली पुलिसकर्मी मुस्तैद हो गए। सोनारपुरा के आगे गोदौलिया जाने वाले मार्ग पर वाहनों को बैरिकेडिंग कर रोक दिया गया।
मां काली की प्रतिमा जिस वाहन पर सवार थी उस पर कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव और नव संघ के पदाधिकारी बैठे हुए थे। मां काली की प्रतिमा देवनाथपुरा की संकरी गलियों से निकलकर जैसे ही बंगाली टोला चौराहे पर पहुंची हर-हर महादेव के उद्घोष से वातावरण गूंज उठा। जुलूस मदनपुर, जंगमबाड़ी होते हुए गोदौलिया पहुंचा। यहां कुछ देर प्रतिमा रुकी।
चौराहे के सात चक्कर लगाने के बाद प्रतिमा बांसफाटक की ओर बढ़ी। कोलकाता से आए ढाक बजाने वालों की टीम ने हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचा। जुलूस बुलानाला होते हुए मैदागिन पहुंचा। कंपनी बाग स्थित मंदाकिनी कुंड में मां की प्रतिमा का विसर्जन किया गया।
वाराणसी के देवनाथपुरा नव संघ की मां काली प्रतिमा का विसर्जन शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ। गाजे-बाजे के साथ निकली मां काली प्रतिमा और विसर्जन जुलूस में पुलिस की कड़ी निगरानी रही। पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश विसर्जन के दौरान मौजूद रहे। क्यूआरटी, पीएसी के अलावा आसपास थानों की फोर्स के बीच विसर्जन कराया गया।
संवेदनशील मदनपुरा, जंगमबाड़ी, गोदौलिया में अतिरिक्त फोर्स की तैनाती रही। जुमे की नमाज और विसर्जन को लेकर अलर्ट मोड में रही। शाम को देवनाथपुरा से जैसे ही प्रतिमा गाजे बाजे के साथ निकली पुलिसकर्मी मुस्तैद हो गए। सोनारपुरा के आगे गोदौलिया जाने वाले मार्ग पर वाहनों को बैरिकेडिंग कर रोक दिया गया।
मां काली की प्रतिमा जिस वाहन पर सवार थी उस पर कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव और नव संघ के पदाधिकारी बैठे हुए थे। मां काली की प्रतिमा देवनाथपुरा की संकरी गलियों से निकलकर जैसे ही बंगाली टोला चौराहे पर पहुंची हर-हर महादेव के उद्घोष से वातावरण गूंज उठा। जुलूस मदनपुर, जंगमबाड़ी होते हुए गोदौलिया पहुंचा। यहां कुछ देर प्रतिमा रुकी।