पूर्व मंत्री के बेटे से पूछताछ

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उन्नाव। शहर के एक मोहल्ले से युवती को अगवा करने के मामले में जेल भेजे गए पूर्व मंत्री के बेटे से सीओ ने आठ घंटे तक पूछताछ की। अभी तक मिले सबूतों से आधार पर सीओ व अन्य अधिकारियों ने कई चक्रों में पूर्व मंत्री के बेटे से सवाल-जवाब किए। सूत्रों की मानें तो पूर्व मंत्री के बेटे ने खुद पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया है। न्यायालय ने शुक्रवार को आरोपी की आठ घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड दी थी।
शहर के एक मोहल्ले में रहने वाली 22 वर्षीय अनुसूचित जाति की युवती आठ दिसंबर 2021 को घर से लापता हो गई थी। युवती की मां ने सपा नेता व पूर्व मंत्री के बेटे अरुण कुमार सिंह उर्फ रजोल सिंह पर बेटी को अगवा करने का आरोप लगा तहरीर दी थी। पुलिस ने अपहरण की जगह गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की थी।
10 जनवरी 2022 को पुलिस ने अपहरण व एससीएसटी एक्ट में मामला दर्ज कर लिया। बेटी का पता न चलने 24 जनवरी को युवती की मां ने लखनऊ में सपा मुखिया अखिलेश यादव की कार के सामने आत्मदाह करने का प्रयास किया था। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मामले में जांच में जुटी पुलिस को युवती व रजोल के मोबाइल की कॉल डिटेल से दोनों के बीच नजदीकियों के प्रमाण मिले हैं। मामले की विवेचना कर रहे सीओ सिटी कृपाशंकर ने आरोपी रजोल से पूछताछ के लिए एडीजे द्वितीय की अदालत में अर्जी देकर तीन दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मांगी थी। न्यायाधीश ने गुुरुवार को आठ घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड स्वीकृत की गई। शुक्रवार की सुबह नौ बजे सीओ ने आरोपी रजोल को जेल से कस्टडी रिमांड पर लिया। दिन भर एक स्थान पर रखकर पूछताछ की गई। शाम पांच बजे सीओ ने रिमांड की अवधि पूरी होने पर शाम पांच बजे रजोल वापस जेल में दाखिल कर दिया।

यह भी पढ़ें -  Unnao News: अनुसूचित जाति की बच्ची से बच्चे ने किया दुष्कर्म

उन्नाव। शहर के एक मोहल्ले से युवती को अगवा करने के मामले में जेल भेजे गए पूर्व मंत्री के बेटे से सीओ ने आठ घंटे तक पूछताछ की। अभी तक मिले सबूतों से आधार पर सीओ व अन्य अधिकारियों ने कई चक्रों में पूर्व मंत्री के बेटे से सवाल-जवाब किए। सूत्रों की मानें तो पूर्व मंत्री के बेटे ने खुद पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया है। न्यायालय ने शुक्रवार को आरोपी की आठ घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड दी थी।

शहर के एक मोहल्ले में रहने वाली 22 वर्षीय अनुसूचित जाति की युवती आठ दिसंबर 2021 को घर से लापता हो गई थी। युवती की मां ने सपा नेता व पूर्व मंत्री के बेटे अरुण कुमार सिंह उर्फ रजोल सिंह पर बेटी को अगवा करने का आरोप लगा तहरीर दी थी। पुलिस ने अपहरण की जगह गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की थी।

10 जनवरी 2022 को पुलिस ने अपहरण व एससीएसटी एक्ट में मामला दर्ज कर लिया। बेटी का पता न चलने 24 जनवरी को युवती की मां ने लखनऊ में सपा मुखिया अखिलेश यादव की कार के सामने आत्मदाह करने का प्रयास किया था। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मामले में जांच में जुटी पुलिस को युवती व रजोल के मोबाइल की कॉल डिटेल से दोनों के बीच नजदीकियों के प्रमाण मिले हैं। मामले की विवेचना कर रहे सीओ सिटी कृपाशंकर ने आरोपी रजोल से पूछताछ के लिए एडीजे द्वितीय की अदालत में अर्जी देकर तीन दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मांगी थी। न्यायाधीश ने गुुरुवार को आठ घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड स्वीकृत की गई। शुक्रवार की सुबह नौ बजे सीओ ने आरोपी रजोल को जेल से कस्टडी रिमांड पर लिया। दिन भर एक स्थान पर रखकर पूछताछ की गई। शाम पांच बजे सीओ ने रिमांड की अवधि पूरी होने पर शाम पांच बजे रजोल वापस जेल में दाखिल कर दिया।

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