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कानपुर के झींझक में रहने वाली सर्वेशा देवी का बेटा खजांची आज पहले दिन स्कूल गया, जिसकी चर्चा पूरे प्रदेश में हो रही है। ये चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि खजांची का खर्चा यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव उठा रहे है। खजांची नाथ का स्कूल में दाखिला हो गया है। सोमवार को वह रामा इंटरनेशनल स्कूल भी गया। स्कूल से ककहरा सीख कर लौटा तो सर्वेशा ने उसे अपने सीने से लगा लिया। इस दौरान विकास गुप्ता डायरेक्टर रामा इंटरनेशनल स्कूल से बात चीत करने पर उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के निर्देश पर सपा नेत्री पल्लवी पाल ने स्कूल में खजांची का एडमिशन करवाया। इस मौके पर डायरेक्टर ने कहा कि हम खजांची के उज्जवल भविष्य की कामना करते है।
नोटबंदी के दौरान पूरे देश में नोट को लेकर काफी मारामारी मची थी। लोग लाइनों में घंटों खड़े होकर पैसे निकाले थे। इस दौरान कई लोगों की मौत भी हो गई थी, जिससे मोदी सरकार की काफी किरकिरी भी हुई थी। मौत की बातें नोटबंदी में तो सुनने को मिलती ही थी लेकिन यूपी के कानपुर में एक घटना ऐसी घटित हुई थी जिसने पूरे देश का ध्यान केंद्रित कर लिया था। दरअसल कानपुर में बैंक की लाइन में खड़ी एक महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया था, जिसका नाम तत्कालिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने खजांची रखा था। आपको बता दे कि सरकार पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने बच्चे का नाम खजांची रखा था और उसके खर्जे उठाने की बात भी बोली थी। जन्म के बाद अखिलेश उसके घर गए थे वहां उन्होंने उसे एक घर भी गिफ्ट किया था। यहीं नहीं हर साल खंजाची का जन्मदिन अखिलेश यादव काफी धूमधाम ने मनाते है।
नोटबंदी के बाद पंजाब नेशनल बैंक झींझक के बाहर नोट बदलने के लिए लाइन में लगी सरदारपुरवा जोगीडेरा की सर्वेशा देवी ने दो दिसंबर 2016 को बच्चे को जन्म दिया था। उस समय के मुख्यमंत्री रहे अखिलेश यादव ने उसके बाद से लगातार हर साल सपा के कार्यालय में उसका जन्मदिन मनाते है और उसे कुछ ना कुछ उपहार देकर नोटबंदी को पूरे प्रदेश में याद दिलाने का भी काम करते है।
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