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07:09 PM, 03-Nov-2022
बार-बार रास्ता न बदलें, सफलता आपके कदम चूमेगी : पाठक
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक।
– फोटो : amar ujala
पाठक ने कहा कि उच्च अंक हासिल कर विद्यार्थियों ने स्कूल एवं अपने माता-पिता ही नहीं बल्कि प्रदेश का मान बढ़ाया है। प्रदेश सरकार उनके हितों को लेकर निरंतर सजग है। सरकार इन विद्यार्थियों के जीवन के लिए निरंतर कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि यूपी बोर्ड परीक्षा में करीब 47 लाख विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। उनमें से उच्च अंक पाने वालों ने साबित किया कि वे अन्य विद्यार्थियों से अलग हैं। इन विद्यार्थियों ने अपने परिवार, विद्यालय, समाज और प्रदेश को गौरव प्रदान किया है। उन्होंने सरकार की ओर से भरोसा दिलाया कि इन प्रतिभाओं को निरंतर आगे बढ़ाने के लिए कार्य किया जाएगा।
04:03 PM, 03-Nov-2022
बनावट व दिखावट से दूर रहें विद्यार्थी : गुलाब देवी
माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी।
माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने कहा कि समाज में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को हमेशा सम्मान मिलता है। विद्यार्थी दिखावट व बनावट से दूर रहें। वास्तविकता को समझें। उन्होंने कहा, विद्यार्थी अपने व्यक्तित्व में कहीं पर भी बनावट और दिखावट के लिए कोई स्थान न छोड़ें। क्योंकि दिखावट के लिए बनावट की जरूरत होती है। जब बनावट होगी तो एक समय बाद गिरावट आएगी। विद्यार्थी अपनी मेहनत और लगनशीलता पर विश्वास करें। यही आपको आगे ले जाएगी। यूपी बोर्ड का इस बार 98 फीसदी परीक्षा परिणाम रहा, जो छात्रों की कार्यक्षमता और योग्यता का परिणाम है। उन्होेंने छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि यहां सम्मानित होने वालों में से कोई आईएएस बनेगा तो कोई डॉक्टर और कोई नेता। इसी में से कोई युवा मुख्यमंत्री भी बनेगा। इसलिए अपने आप पर भरोसा रखें। लगनशील होकर अध्ययन करें।
03:48 PM, 03-Nov-2022
शिक्षा के क्षेत्र में बहुत नवाचार किया
– फोटो : amar ujala
छात्राएं मार रही बाजी
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाई स्कूल की परीक्षा 2022 में 25,20,634 बच्चों ने परीक्षा दी थी। परीक्षा का परिणाम 88.18 प्रतिशत रहा। बालकों का परिणाम 85.25 और बालिकाओं का 91.62 प्रतिशत था। मैरिट में बालकों ने 28 और बालिकाओं ने 72 फीसदी स्थान प्राप्त किया। इंटरमीडिएट की परीक्षा में 22,37,578 ने परीक्षा दी थी। 85.33 प्रतिशत परिणाम था। छात्रों का परिणाम 81.21 और छात्राओं का ं 90.35 प्रतिशत रहा। इंटरमीडिएट की राज्य स्तरीय मैरिट में 53 प्रतिशत छात्राएं और 47 प्रतिशत छात्र रहे।
अभ्युदय कोचिंग के जरिये 45 विद्यार्थी चुने गए
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से संचालित अभ्युदय कोचिंग सेंटर का बेहतर परिणाम आया है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित पीसीएस भर्ती में अभ्युदय कोचिंग के 45 विद्यार्थी चयनित हुए है।
अमर उजाला के सामाजिक सरोकारों को सराहा
मुख्यमंत्री ने अमर उजाला को महत्वपूर्ण समाचार पत्र बताते हुए कहा अमर उजाला की ओर से संचालित समाजिक सरोकार के कार्यक्रमों की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमर उजाला सही, सटीक और तथ्यपरक समाचार जनता तक पहुंचाने के साथ सामाजिक सरोकार के उत्तरदायित्व का निर्वहन करता है। उन्होंने कहा कि अमर उजाला मेधावी विद्यार्थियों के सम्मान के साथ अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति योजना संचालित करता है। हाल ही में गोरखपुर में दिव्यांगजनों को उपकरण वितरित करने का बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि अमर उजाला भी अपनी स्थापना का अमृत महोत्सव मना रहा है इसके लिए हृदय से बधाई। उन्होंने विगत दस वर्षों से माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षा के मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित करने के लिए अमर उजाला परिवार को धन्यवाद दिया। वहीं मेधावियों को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
03:08 PM, 03-Nov-2022
समय पर परीक्षा और परिणाम
मेधावी छात्र सम्मान
– फोटो : amar ujala
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों की स्थिति बहुत खराब थी। कहीं भवन थे तो बच्चे नहीं थे और कहीं बच्चे थे तो शिक्षक नहीं थे। उन्होंने कहा कि जहां भवन, बच्चे और शिक्षक तीनों थे तो वहां पठन पाठन का माहौल नहीं था। उन्होंने कहा कि यह मान लिया गया था कि जब नकल करके पास होना है तो स्कूल क्यों जाएं?
उन्होंने कहा कि लेकिन 2017 में सरकार ने तय किया कि परीक्षा की शुचिता और पारदर्शिता हर हाल में होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने साढ़े पांच साल में न केवल नकल को रोका है बल्कि शिक्षकों की पर्याप्त मात्रा में भर्ती की है। अकेले बेसिक शिक्षा में 1.26 लाख शिक्षकों की भर्ती की गई है। माध्यमिक शिक्षा में 40 हजार शिक्षको की भर्ती की गई है। गणित, विज्ञान और अंग्रेजी के सेवानिवृत्त शिक्षकों को मानदेय पर पुन: सेवा में लिया गया है। उसके बेहतर परिणाम सामने आया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले परीक्षा और परिणाम में भी बड़ा अंतर होता था। दो-ढाई महीने तक हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा चलती थी और तीन महीने में परिणाम आता था। उसके बाद दो तीन महीने प्रवेश में लगते थे। शेष तीन महीने में पर्व और त्योहार में बीत जाते है। उन्होंने कहा कि 2017 में जब परीक्षा से लेकर प्रवेश प्रक्रिया तक को दो महीने में पूरी करने की तैयार की। उन्होंने कहा कि जहां चाह वहां राह, अब माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षा एक महीने में होती है, परिणाण 15 दिन में आते है। उसके बाद 15 दिन में प्रवेश की प्रक्रिया होती है। दो महीने में पूरी प्रक्रिया को संपन्न की जाती है।
02:15 PM, 03-Nov-2022
मेधावी छात्र सम्मान 2022 : मुख्यमंत्री योगी की मेधावियों को सीख, शॉर्टकट न अपनाएं और कड़ी मेहनत करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 आगे बढ़ने के ढेर सारे अवसर प्रदान करेगी। विद्यार्थियों को अभी से अपने भविष्य को बेहतर तरीके से संवारने और रोल मॉडल बनने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि लेकिन रोल मॉडल तब ही बन सकते हैं जब शार्टकट का रास्ता नहीं अपनाएं। उन्होंने उम्मीद जताई कि मेधावी विद्यार्थी भविष्य में जीवन में चुनौती के मार्ग को स्वीकार करेंगे और शार्ट कट का रास्ता नहीं अपनाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेधावी विद्यार्थी सैद्धांतिक और व्यवहारिक ज्ञान को जीवन का हिस्सा बनाकर निरंतर आगे बढ़ें। मुख्यमंत्री ने मेधावी विद्यार्थियों, अभिभावकों, प्रधानाचार्य और शिक्षकों को बधाई देते हुए उनका अभिनंदन भी किया।
मेधावियों के घर तक बनेंगे गौरव पथ
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाई स्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में राज्य स्तर पर प्रथम दस स्थान प्राप्त करने वाले मेधावी विद्यार्थियों के घर तक गौरव पथ बनाए जाएंगे।
प्रतिभा का सम्मान समाज करता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिभा केवल परिवार की नहीं बल्कि समाज की भी होती है। यह सही है कि प्रतिभा में परिवार का सबसे अधिक योगदान होता है लेकिन समाज के योगदान को भी विस्मृत नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रतिभा के साथ जब समाज जुड़ता है तो उसे आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि प्रतिभा में समाज का योगदान होता है तो उसके बेहतर परिणाम आते है। उन्होंने कहा कि जब समाज प्रतिभा का सम्मान करता है तो समाज को प्रगति करने से कोई रोक नहीं सकता है।
माध्यमिक शिक्षा विभाग दी सीख
मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छा होता कि माध्यमिक शिक्षा परिषद भी तालमेल बैठाकर मेधावी विद्यार्थियों को टैबलेट उपलब्ध कराने की कार्यवाही समय पर करता। उन्होंने कहा कि समय पर जो कार्य होता है वह अच्छा होता है। उन्होंने कहा कि समय से कार्यक्रम को आगे बढ़ाने की आदत डालनी चाहिए।
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