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बांगरमऊ। हरदोई-उन्नाव मार्ग के किनारे स्थित बीडीएसआर इंटर कॉलेज को यूपी बोर्ड परीक्षा का सेंटर बनाने के लिए जांच में बड़ा खुलासा हुआ। स्कूल ग्राम समाज की भूमि पर बना मिला। प्रबंधक को शांति भंग में जेल भेजा गया है। एसडीएम ने कहा कि बुलडोजर चलवाकर सरकारी जमीन खाली कराई जाएगी।
डीआईओएस ने बीडीएसआर इंटर कालेज को बोर्ड परीक्षाओं के लिए केंद्र बनाने के लिए प्रस्तावित किया है। इसकी जांच तहसील प्रशासन को मिलने पर बुधवार को एसडीएम उदित नारायण सेंगर और ईओ राकेश सिंह कॉलेज पहुंचे। जांच के दौरान कालेज प्रबंधक महेश यादव, प्रधानाचार्य व इंटर पास एक लिपिक संचालन करते मिले। जांच में पता चला कि विद्यालय प्रबंधक ने शिक्षा विभाग को गुमराह करते हुए 25 अध्यापकों की सूची बनाकर सेंटर बनाने के लिए आवेदन किया है। कॉलेज गाटा संख्या 582, 583, 584 रकबा 10 बिसुवा की भूमि ग्राम समाज के नाम दर्ज है। कालेज प्रबंधन ने चकमार्ग भी कब्जा कर लिया है।
जांच में पता चला कि नगर पालिका के जेई पंकज पटेल ने 13 फरवरी 2018 को कालेज प्रबंधक महेश यादव के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया था। इसके बाद भी विद्यालय में दूसरी मंजिल का निर्माण करा दिया गया। एसडीएम ने विद्यालय प्रबंधक महेश यादव को भू-माफिया सूची में शामिल कर शासन को रिपोर्ट भेजकर जिला विद्यालय निरीक्षक को जांच के लिए पत्र भेजा। बुधवार को नगर पालिका द्वारा सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने के लिए नोटिस को भी प्रबंधक ने नजरअंदाज कर दिया। पुलिस ने प्रबंधक को शांतिभंग में निरुद्ध कर एसडीएम न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया था। एसडीएम ने बताया कि शुक्रवार को मुनादी पिटवाई गई है। जल्द ही कालेज पर बुलडोजर चलाकर सरकारी भूमि खाली कराई जाएगी।
बांगरमऊ। हरदोई-उन्नाव मार्ग के किनारे स्थित बीडीएसआर इंटर कॉलेज को यूपी बोर्ड परीक्षा का सेंटर बनाने के लिए जांच में बड़ा खुलासा हुआ। स्कूल ग्राम समाज की भूमि पर बना मिला। प्रबंधक को शांति भंग में जेल भेजा गया है। एसडीएम ने कहा कि बुलडोजर चलवाकर सरकारी जमीन खाली कराई जाएगी।
डीआईओएस ने बीडीएसआर इंटर कालेज को बोर्ड परीक्षाओं के लिए केंद्र बनाने के लिए प्रस्तावित किया है। इसकी जांच तहसील प्रशासन को मिलने पर बुधवार को एसडीएम उदित नारायण सेंगर और ईओ राकेश सिंह कॉलेज पहुंचे। जांच के दौरान कालेज प्रबंधक महेश यादव, प्रधानाचार्य व इंटर पास एक लिपिक संचालन करते मिले। जांच में पता चला कि विद्यालय प्रबंधक ने शिक्षा विभाग को गुमराह करते हुए 25 अध्यापकों की सूची बनाकर सेंटर बनाने के लिए आवेदन किया है। कॉलेज गाटा संख्या 582, 583, 584 रकबा 10 बिसुवा की भूमि ग्राम समाज के नाम दर्ज है। कालेज प्रबंधन ने चकमार्ग भी कब्जा कर लिया है।
जांच में पता चला कि नगर पालिका के जेई पंकज पटेल ने 13 फरवरी 2018 को कालेज प्रबंधक महेश यादव के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया था। इसके बाद भी विद्यालय में दूसरी मंजिल का निर्माण करा दिया गया। एसडीएम ने विद्यालय प्रबंधक महेश यादव को भू-माफिया सूची में शामिल कर शासन को रिपोर्ट भेजकर जिला विद्यालय निरीक्षक को जांच के लिए पत्र भेजा। बुधवार को नगर पालिका द्वारा सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने के लिए नोटिस को भी प्रबंधक ने नजरअंदाज कर दिया। पुलिस ने प्रबंधक को शांतिभंग में निरुद्ध कर एसडीएम न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया था। एसडीएम ने बताया कि शुक्रवार को मुनादी पिटवाई गई है। जल्द ही कालेज पर बुलडोजर चलाकर सरकारी भूमि खाली कराई जाएगी।
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