नगर पालिका की मनमानी से नाराज व्यापारियों का कलक्ट्रेट में प्रर्दशन

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उन्नाव। नाला सफाई के दौरान नालों पर रखे गए पत्थर तोड़ने और भवन स्वामियों पर जुर्माने से परेशान व्यापारी शुक्रवार को नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे और प्रदर्शन किया। एडीएम ने जुर्माना नोटिस वापस लेने और जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल जिलाध्यक्ष रजनीकांत श्रीवास्तव की अगुवाई में डीएम को प्रेषित छह सूत्रीय ज्ञापन एडीएम न्यायिक विकास सिंह को दिया गया। इसके बाद व्यापारियों के पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने डीएम अपूर्वा दुबे से मुलाकात कर समस्या बताई। व्यापारियों ने डीएम को बताया कि 12 साल पहले 10 फिट गहरा और छह फिट के चौड़ा नाला बनाया गया था। पत्थर न होने से भवन स्वामियों और आने-जाने वाले लोगों को दिक्कत हो रही थी। व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों और लोगों ने घरों के सामने अपने खर्च पर पत्थर रखवाए थे।
अब नगर पालिका नाला सफाई करने के बाद दोबारा नहीं रखवा रही है। कर्मियों की लापरवाही से पत्थर टूट गए हैं। आरोप लगाया कि पालिका कर्मियों ने व्यापारियों से अभद्रता की और एनजीटी के नियमों का भय दिखाकर पांच से 20 हजार तक उगाही की। जिलाध्यक्ष ने डीएम से व्यापारियों से वसूला गया जुर्माना वापस कराने और संबधित अधिकारियों कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है। डीएम ने समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है। इस दौरान इश्तियाक गौरी, शैलेंद्र गुप्ता, सुधीर चंद, संजय, नवीन तिवारी, प्रमोद सिंह, अमित शुक्ला मौजूद रहे।

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उन्नाव। नाला सफाई के दौरान नालों पर रखे गए पत्थर तोड़ने और भवन स्वामियों पर जुर्माने से परेशान व्यापारी शुक्रवार को नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे और प्रदर्शन किया। एडीएम ने जुर्माना नोटिस वापस लेने और जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया।

उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल जिलाध्यक्ष रजनीकांत श्रीवास्तव की अगुवाई में डीएम को प्रेषित छह सूत्रीय ज्ञापन एडीएम न्यायिक विकास सिंह को दिया गया। इसके बाद व्यापारियों के पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने डीएम अपूर्वा दुबे से मुलाकात कर समस्या बताई। व्यापारियों ने डीएम को बताया कि 12 साल पहले 10 फिट गहरा और छह फिट के चौड़ा नाला बनाया गया था। पत्थर न होने से भवन स्वामियों और आने-जाने वाले लोगों को दिक्कत हो रही थी। व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों और लोगों ने घरों के सामने अपने खर्च पर पत्थर रखवाए थे।

अब नगर पालिका नाला सफाई करने के बाद दोबारा नहीं रखवा रही है। कर्मियों की लापरवाही से पत्थर टूट गए हैं। आरोप लगाया कि पालिका कर्मियों ने व्यापारियों से अभद्रता की और एनजीटी के नियमों का भय दिखाकर पांच से 20 हजार तक उगाही की। जिलाध्यक्ष ने डीएम से व्यापारियों से वसूला गया जुर्माना वापस कराने और संबधित अधिकारियों कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है। डीएम ने समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है। इस दौरान इश्तियाक गौरी, शैलेंद्र गुप्ता, सुधीर चंद, संजय, नवीन तिवारी, प्रमोद सिंह, अमित शुक्ला मौजूद रहे।



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