Allahabad University : प्राचीन इतिहास विभाग को 36 साल बाद मिले शिक्षक, सात विभागों में 77 शिक्षकों की भर्ती

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Prayagraj News : इलाहाबाद विश्वविद्यालय। विजयनगरम हॉल।

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– फोटो : अमर उजाला।

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शिक्षकों की कमी से जूझ रहे इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के सात विभागों को बड़ी राहत मिली है। बुधवार को हुई कार्य परिषद की बैठक में शिक्षक भर्ती का लिफाफा खोल दिया गया। प्राचीन इतिहास विभाग को 36 साल और वनस्पति विज्ञान विभाग को 26 साल बाद नए शिक्षक मिले। सात विभागों में शिक्षकों के 77 पदों पर भर्ती हुई है।

कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई कार्य परिषद की बैठक में शिक्षक भर्ती पर अंतिम मुहर लगाई गई। अंग्रेजी विभाग के जो लिफाफे मामला कोर्ट में विचाराधीन होने के कारण नहीं खुल पाए थे, वहां भी अनारक्षित वर्ग में असिस्टेंट प्रोफेसर के तीन पदों पर भर्ती की गई। राजनीति शास्त्र विभाग को 18 वर्ष बाद, शिक्षाशास्त्र एवं समाजशास्त्र विभाग को नौ वर्ष बाद नए शिक्षक मिले। वहीं, गांधी विचार एवं शांति अध्ययन संस्थान में पहली बार शिक्षकों की नियुक्ति की गई। 

प्राचीन इतिहास विभाग में 21 शिक्षकों की भर्ती हुई है, जिनमें 15 असिस्टेंट प्रोफेसर एवं छह एसोसिएट प्रोफेसर शामिल हैं। इस विभाग में कुल 30 पदों पर भर्ती होनी थी, लेकिन योग्य अभ्यर्थी न मिलने के कारण असिस्टेंट प्रोफेसर का एक, एसोसिएट प्रोफेसर एवं प्रोफेसर के चार-चार पद खाली रह गए। 

शिक्षाशास्त्र विभाग को 10 असिस्टेंट प्रोफेसर एवं दो एसोसिएट प्रोफेसर मिले हैं। योग्य अभ्यर्थी न मिलने के कारण प्रोफेसर का एक, एसोसिएट प्रोफेसर के दो और असिस्टेंट प्रोफेसर के दो पर रिक्त रह गए। राजनीति विज्ञान विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के 15 एवं एसोसिएट प्रोफेसर के चार पदों पर भर्ती हुई है। वहीं, योग्य अभ्यर्थी न मिलने से प्रोफेसर एवं एसोसिएट प्रोफेसर के एक-एक पद खाली रह गए। 

समाजशास्त्र विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के तीन और वनस्पति विज्ञान विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के 14 एवं एसोसिएट प्रोफेसर के तीन पदों पर भर्ती हुई है। वनस्पति विज्ञान विभाग में असिस्टेंट प्रोफेेसर का एक और एसोसिएट प्रोफेसर के दो पद खाली रह गए। गांधी विचार एवं शांति अध्ययन संस्थान में असिस्टेंट प्रोफेसर एवं एसोसिएट प्रोफेसर के दो-दो पदों पर भर्ती हुई है। 

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पांच शिक्षकों की प्रोन्नति पर लगी मुहर
कार्य परिषद की बैठक में कॅरियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत पांच शिक्षकों की प्रोन्नति पर भी अंतिम मुहर लगाई गई। इविवि की पीआरओ अंग्रेजी विभाग की डॉ. जया कपूर को प्रोफेसर और सांख्यिकी विभाग में डॉ. पुंडीर को एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर प्रोन्नत किया गया। वहीं, शिक्षाशास्त्र विभाग में पीके अस्तालिन, डॉ. सरोज यादव एवं डॉ. रुचि दुबे को असिस्टेंट प्रोफेसर स्टेज-3 पर प्रोन्नत किया गया।

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शिक्षकों की कमी से जूझ रहे इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के सात विभागों को बड़ी राहत मिली है। बुधवार को हुई कार्य परिषद की बैठक में शिक्षक भर्ती का लिफाफा खोल दिया गया। प्राचीन इतिहास विभाग को 36 साल और वनस्पति विज्ञान विभाग को 26 साल बाद नए शिक्षक मिले। सात विभागों में शिक्षकों के 77 पदों पर भर्ती हुई है।

कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई कार्य परिषद की बैठक में शिक्षक भर्ती पर अंतिम मुहर लगाई गई। अंग्रेजी विभाग के जो लिफाफे मामला कोर्ट में विचाराधीन होने के कारण नहीं खुल पाए थे, वहां भी अनारक्षित वर्ग में असिस्टेंट प्रोफेसर के तीन पदों पर भर्ती की गई। राजनीति शास्त्र विभाग को 18 वर्ष बाद, शिक्षाशास्त्र एवं समाजशास्त्र विभाग को नौ वर्ष बाद नए शिक्षक मिले। वहीं, गांधी विचार एवं शांति अध्ययन संस्थान में पहली बार शिक्षकों की नियुक्ति की गई। 



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