सिंथेटिक ट्रैक में आए दरार को किया गया ठीक – फोटो : अमर उजाला
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सुपुर्दगी से पहले वाराणसी स्थित लालपुर स्टेडियम सिंथेटिक ट्रैक में दरार और छेद मामले का पीएमओ ने संज्ञान लिया है। पीएमओ ने इस मामले में खेल विभाग से रिपोर्ट मांगी है। विभाग ने अपनी रिपोर्ट पीएमओ को भेजी है। अमर उजाला में सिंथेटिक ट्रैक में दरार की खबर 11 नवंबर को प्रकाशित की गई थी।
जुलाई में उद्घाटन के बाद से खिलाड़ी ट्रैक पर अभ्यास करने लगे थे। पांच माह भी नहीं बीते और ट्रैक में कई जगह छेद और दरारें आ गईं। पीएमओ से रिपोर्ट तलब के बाद आनन फानन में लालपुर स्टेडियम में चार मजदूरों को काम पर लगाकर मरम्मत का कार्य शुरू कराया गया। चार से पांच जगह रबर को उखाड़कर फिर से नई परत चढ़ाने का काम किया गया।
इससे पहले 2021 में भी ट्रैक में दरार आने के बाद पूरे ट्रैक को उखाड़कर दोबारा बनाया गया था। इसका मलबा मैदान में आज भी पड़ा है। क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी आरपी सिंह का कहना है कि मामले में पीएमओ ने जवाब मांगा है, इसकी रिपोर्ट तैयार कराकर भेजी गई है। ट्रैक का मौके पर जाकर निरीक्षण किया गया है। एथलीटों के स्पाइक जूते के बार बार घिसाव और दबाव से कुछ जगह छेद और दरारें आई थीं। इसके लिए निर्माण एजेंसी को मरम्मत के लिए कहा गया।
एक नजर में
सिंथेटिक ट्रैक तीन साल से निर्माण कार्य
आठ लेन का 400 मीटर का है ट्रैक
सात करोड़ रुपये की लागत किया गया है तैयार
सैकड़ों स्थानीय एथलीट दो सिफ्ट में करते है अभ्यास है
सुपुर्दगी से पहले वाराणसी स्थित लालपुर स्टेडियम सिंथेटिक ट्रैक में दरार और छेद मामले का पीएमओ ने संज्ञान लिया है। पीएमओ ने इस मामले में खेल विभाग से रिपोर्ट मांगी है। विभाग ने अपनी रिपोर्ट पीएमओ को भेजी है। अमर उजाला में सिंथेटिक ट्रैक में दरार की खबर 11 नवंबर को प्रकाशित की गई थी।
जुलाई में उद्घाटन के बाद से खिलाड़ी ट्रैक पर अभ्यास करने लगे थे। पांच माह भी नहीं बीते और ट्रैक में कई जगह छेद और दरारें आ गईं। पीएमओ से रिपोर्ट तलब के बाद आनन फानन में लालपुर स्टेडियम में चार मजदूरों को काम पर लगाकर मरम्मत का कार्य शुरू कराया गया। चार से पांच जगह रबर को उखाड़कर फिर से नई परत चढ़ाने का काम किया गया।
इससे पहले 2021 में भी ट्रैक में दरार आने के बाद पूरे ट्रैक को उखाड़कर दोबारा बनाया गया था। इसका मलबा मैदान में आज भी पड़ा है। क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी आरपी सिंह का कहना है कि मामले में पीएमओ ने जवाब मांगा है, इसकी रिपोर्ट तैयार कराकर भेजी गई है। ट्रैक का मौके पर जाकर निरीक्षण किया गया है। एथलीटों के स्पाइक जूते के बार बार घिसाव और दबाव से कुछ जगह छेद और दरारें आई थीं। इसके लिए निर्माण एजेंसी को मरम्मत के लिए कहा गया।