वाराणसी के अर्दली बाजार महावीर मंदिर स्थित वंशिका चिल्ड्रेन अस्पताल के चिकित्सक डॉ. दीपक वर्मा से दस लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। जेल में बंद झुन्ना पंडित के नाम से धमकी भरा पत्र लेकर अस्पताल पहुंचे आरोपी युवक को कैंट पुलिस ने रविवार की रात गिरफ्तार किया। अस्पताल के प्रबंधक की तहरीर पर रंगदारी समेत अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया।
अस्पताल के प्रबंधक जगतगंज निवासी राजीव सिंह के अनुसार रात 8.55 बजे अस्पताल गेट के बाहर खड़ा था। इस बीच एक युवक आया और चिकित्सक डॉ दीपक वर्मा को पूछने लगा। अस्पताल में चिकित्सक के नहीं होने पर लिफाफा युक्त पत्र थमाया और कहा कि यह चिकित्सक को दे देना।
लिफाफा खोलकर पत्र पढ़ा तो उसमें धमकी भरा पत्र झुन्ना पंडित के नाम से था और डॉ. दीपक वर्मा को संबोधित करते हुए दस लाख रुपये रंगदारी मांगी गई। दस लाख नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी की बातें लिखी गईं। इस बीच अस्पताल के अन्य कर्मियों ने पत्र देने वाले व्यक्ति को पकड़ा और कैंट पुलिस को सौंपा।
कैंट इंस्पेक्टर प्रभुकांत के अनुसार चंदौली के धानापुर थाना अंतर्गत बसगांवा निवासी जयप्रकाश यादव को गिरफ्तार किया गया। पुलिस की पूछताछ में जयप्रकाश यादव ने बताया कि उसे जेल में बंद झुन्ना पंडित की ओर से कहा गया था कि यह पत्र जाकर चिकित्सक को देना है। आरोपी से पूछताछ जारी है। चंदौली की धानापुर पुलिस से भी आरोपी के बारे में तस्दीक कराई जा रही है।
वाराणसी के अर्दली बाजार महावीर मंदिर स्थित वंशिका चिल्ड्रेन अस्पताल के चिकित्सक डॉ. दीपक वर्मा से दस लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। जेल में बंद झुन्ना पंडित के नाम से धमकी भरा पत्र लेकर अस्पताल पहुंचे आरोपी युवक को कैंट पुलिस ने रविवार की रात गिरफ्तार किया। अस्पताल के प्रबंधक की तहरीर पर रंगदारी समेत अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया।
अस्पताल के प्रबंधक जगतगंज निवासी राजीव सिंह के अनुसार रात 8.55 बजे अस्पताल गेट के बाहर खड़ा था। इस बीच एक युवक आया और चिकित्सक डॉ दीपक वर्मा को पूछने लगा। अस्पताल में चिकित्सक के नहीं होने पर लिफाफा युक्त पत्र थमाया और कहा कि यह चिकित्सक को दे देना।
लिफाफा खोलकर पत्र पढ़ा तो उसमें धमकी भरा पत्र झुन्ना पंडित के नाम से था और डॉ. दीपक वर्मा को संबोधित करते हुए दस लाख रुपये रंगदारी मांगी गई। दस लाख नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी की बातें लिखी गईं। इस बीच अस्पताल के अन्य कर्मियों ने पत्र देने वाले व्यक्ति को पकड़ा और कैंट पुलिस को सौंपा।