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खंड विकास अधिकारियों को आईएसओ प्रमाणपत्र देते सीडीओ दिव्यांशु पटेल। संवाद
– फोटो : UNNAO
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उन्नाव। विकासखंड कार्यालयों का कायाकल्प करके जनकेंद्रित बनाने पर जिले के सभी 16 ब्लाकों को आईएसओ (अंतर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन) द्वारा अच्छी सेवा की गुणवत्ता का प्रमाणपत्र दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार प्रदेश में केवल उन्नाव जिले के सभी ब्लाकों को आईएसओ प्रमाणपत्र मिला है।
ब्लाक कार्यालयों में बेहतर व्यवस्था और उन्हें शासन की मंशा के अनुरूप जनकेंद्रित बनाने के लिए मुख्य विकास अधिकारी दिव्यांशु पटेल ने पहल शुरू की थी। जन सेवाओं की गुणवत्ता दुरुस्त करने की कवायद कुछ समय पहले शुरू की थी। इसके तहत सभी विकासखंड कार्यालयों का कायाकल्प करके उन्हें उच्चीकृत किया गया था। ब्लाक प्रमुख व खंड विकास अधिकारी के कक्षों का रंगरोगन कराया गया था। जनता की सुविधा के लिए अलग शिकायत काउंटर खोले गए। हर विभाग के पटल सहायकों को अलग-अलग बैठने के लिए केबिन बनवाए गए।
अभिलेखागार और अभिलेख सुव्यवस्थित कराए गए। वीडियो कांफ्रेेंसिंग व बैठक के लिए अलग सभागार बनवाए गए। इसके साथ ही कार्यालयों में शौचालय व स्वच्छ पेयजल की भी व्यवस्था कराई गई है। अन्य बिंदुओं पर ब्लाक कार्यालयों को विकसित किया गया है। इन्हीं सुविधाओं के आधार पर सभी ब्लाकों को आईएसओ प्रमाणपत्र दिया गया है।
सभी ब्लाकों का सुंदरीकरण कराने के साथ ही लोगों की समस्याओं के निस्तारण की व्यवस्था की गई है। हर कर्मचारी की जिम्मेदारी भी तय की गई है। महापुरुषों की मूर्ति स्थापना भी कराई गई है।
-दिव्यांशु पटेल, सीडीओ
उन्नाव। विकासखंड कार्यालयों का कायाकल्प करके जनकेंद्रित बनाने पर जिले के सभी 16 ब्लाकों को आईएसओ (अंतर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन) द्वारा अच्छी सेवा की गुणवत्ता का प्रमाणपत्र दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार प्रदेश में केवल उन्नाव जिले के सभी ब्लाकों को आईएसओ प्रमाणपत्र मिला है।
ब्लाक कार्यालयों में बेहतर व्यवस्था और उन्हें शासन की मंशा के अनुरूप जनकेंद्रित बनाने के लिए मुख्य विकास अधिकारी दिव्यांशु पटेल ने पहल शुरू की थी। जन सेवाओं की गुणवत्ता दुरुस्त करने की कवायद कुछ समय पहले शुरू की थी। इसके तहत सभी विकासखंड कार्यालयों का कायाकल्प करके उन्हें उच्चीकृत किया गया था। ब्लाक प्रमुख व खंड विकास अधिकारी के कक्षों का रंगरोगन कराया गया था। जनता की सुविधा के लिए अलग शिकायत काउंटर खोले गए। हर विभाग के पटल सहायकों को अलग-अलग बैठने के लिए केबिन बनवाए गए।
अभिलेखागार और अभिलेख सुव्यवस्थित कराए गए। वीडियो कांफ्रेेंसिंग व बैठक के लिए अलग सभागार बनवाए गए। इसके साथ ही कार्यालयों में शौचालय व स्वच्छ पेयजल की भी व्यवस्था कराई गई है। अन्य बिंदुओं पर ब्लाक कार्यालयों को विकसित किया गया है। इन्हीं सुविधाओं के आधार पर सभी ब्लाकों को आईएसओ प्रमाणपत्र दिया गया है।
सभी ब्लाकों का सुंदरीकरण कराने के साथ ही लोगों की समस्याओं के निस्तारण की व्यवस्था की गई है। हर कर्मचारी की जिम्मेदारी भी तय की गई है। महापुरुषों की मूर्ति स्थापना भी कराई गई है।
-दिव्यांशु पटेल, सीडीओ
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