मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में इस बार जिले की चारों विधानसभा क्षेत्रों के सभी 1756 मतदेय स्थलों पर चुनाव आयोग की सीधी नजर रहेगी। इसके लिए इन सभी मतदेय स्थलों की वेबकास्टिंग कराई जाएगी। न केवल चुनाव आयोग बल्कि प्रशासन या पूरे देशभर में कोई भी अधिकारी किसी भी मतदेय स्थल पर पूरी चुनावी प्रक्रिया को लाइव देख सकेगा। इसके लिए तैयारी पूर्ण कर ली गई है।
चार विधानसभा क्षेत्र मैनपुरी सदर, भोगांव, किशनी और करहल मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में शामिल हैं। अब तक हुए चुनावों में अधिकतम 50 प्रतिशत मतदेय स्थलों की ही वेबकास्टिंग कराई गई है। लेकिन इस बार चुनाव आयोग ने सौ प्रतिशत मतदेय स्थलों की वेबकास्टिंग कराने के आदेश दिए हैं।
कराई जाएगी वेबकास्टिंग
सीसीटीवी और इंटरनेट के माध्यम से वेबकास्टिंग कराई जाएगी। इससे चुनाव आयोग, जिला प्रशासन या शासन के अन्य अधिकारी कहीं से भी किसी भी बूथ पर चल रही मतदान प्रक्रिया पर नजर रख सकेंगे। चुनाव आयोग की मंशा सभी मतदेय स्थलों की वेबकास्टिंग कराकर पारदर्शिता लाने की है। वहीं कलक्ट्रेट स्थित ई-डिस्ट्रिक्ट कार्यालय में बनाए गए कंट्रोल रूम में भी वेबकास्टिंग के माध्यम से मतदेय स्थलों पर चल रही मतदान प्रक्रिया पर नजर रखी जाएगी।
जसवंतनगर के 483 बूथों की भी होगी वेबकास्टिंग
मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में इटावा जिले का जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र भी शामिल है। इसमें 483 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। इन मतदेय स्थलों पर भी वेबकास्टिंग कराई जाएगी, लेकिन इसका जिम्मा इटावा प्रशासन पर है।
वेबकास्टिंग के प्रभारी अधिकारी पीसी राम ने कहा कि चुनाव आयोग के आदेश पर सभी मतदेय स्थलों की वेबकास्टिंग कराई जाएगी। इसके लिए पूरी तैयारी हो गई है। वेबकास्टिंग के लिए लगाए जाने वाले कर्मचारियों का प्रशिक्षण भी पूर्ण कर लिया गया है।
विस्तार
मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में इस बार जिले की चारों विधानसभा क्षेत्रों के सभी 1756 मतदेय स्थलों पर चुनाव आयोग की सीधी नजर रहेगी। इसके लिए इन सभी मतदेय स्थलों की वेबकास्टिंग कराई जाएगी। न केवल चुनाव आयोग बल्कि प्रशासन या पूरे देशभर में कोई भी अधिकारी किसी भी मतदेय स्थल पर पूरी चुनावी प्रक्रिया को लाइव देख सकेगा। इसके लिए तैयारी पूर्ण कर ली गई है।
चार विधानसभा क्षेत्र मैनपुरी सदर, भोगांव, किशनी और करहल मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में शामिल हैं। अब तक हुए चुनावों में अधिकतम 50 प्रतिशत मतदेय स्थलों की ही वेबकास्टिंग कराई गई है। लेकिन इस बार चुनाव आयोग ने सौ प्रतिशत मतदेय स्थलों की वेबकास्टिंग कराने के आदेश दिए हैं।
कराई जाएगी वेबकास्टिंग
सीसीटीवी और इंटरनेट के माध्यम से वेबकास्टिंग कराई जाएगी। इससे चुनाव आयोग, जिला प्रशासन या शासन के अन्य अधिकारी कहीं से भी किसी भी बूथ पर चल रही मतदान प्रक्रिया पर नजर रख सकेंगे। चुनाव आयोग की मंशा सभी मतदेय स्थलों की वेबकास्टिंग कराकर पारदर्शिता लाने की है। वहीं कलक्ट्रेट स्थित ई-डिस्ट्रिक्ट कार्यालय में बनाए गए कंट्रोल रूम में भी वेबकास्टिंग के माध्यम से मतदेय स्थलों पर चल रही मतदान प्रक्रिया पर नजर रखी जाएगी।