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दीपक की फाइल फोटो। संवाद
– फोटो : UNNAO
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पाटन। बिहार थानाक्षेत्र में मंगलवार दोपहर लोडर की टक्कर से बाइक सवार दो सगे भाई गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों ने दोनों को सीएचसी में पहुंचाया, जहां बड़े भाई को मृत घोषित कर दिया गया जबकि छोटे भाई को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। मृतक के पिता का आरोप है कि पीएचसी में डॉक्टर नहीं थे। अगर समय पर समुचित इलाज मिल जाता तो शायद बेटे की जान बच जाती।
बिहार थानाक्षेत्र के दुबाई निवासी दीपक (25) छोटे भाई पप्पू (18) के साथ बाइक से मंगलवार को भगवंतनगर कस्बा गया था। दोपहर करीब एक बजे घर लौट रहा था। वह पनई मार्ग पर पहुंचा था तभी सामने से आ रहे तेज रफ्तार लोडर ने बाइक में टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार दोनों भाई गंभीर रूप से घायल हो गए।
लोगों ने एंबुलेंस से घायलों को पीएचसी पहुंचाया, जहां दीपक को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि छोटे भाई पप्पू की हालत गंभीर देख जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। हादसे के बाद चालक लोडर छोड़कर भाग निकला। पिता देवकीनंदन ने लोडर के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर तहरीर दी है।
पिता का आरोप कि दोपहर को पीएचसी में इलाज के लिए कोई डॉक्टर नहीं था। समय पर इलाज मिल जाता तो शायद बेटे की जान बच जाती। मृतक चार भाइयों में सबसे बड़ा था। बेटे की मौत से मां रामदुलारी, भाई सूरज और पवन समेत पूरे परिवार बेहाल है।
सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। एसओ सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि लोडर को कब्जे में लिया गया है। पिता ने लोडर नंबर के आधार पर तहरीर दी है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
पाटन। बिहार थानाक्षेत्र में मंगलवार दोपहर लोडर की टक्कर से बाइक सवार दो सगे भाई गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों ने दोनों को सीएचसी में पहुंचाया, जहां बड़े भाई को मृत घोषित कर दिया गया जबकि छोटे भाई को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। मृतक के पिता का आरोप है कि पीएचसी में डॉक्टर नहीं थे। अगर समय पर समुचित इलाज मिल जाता तो शायद बेटे की जान बच जाती।
बिहार थानाक्षेत्र के दुबाई निवासी दीपक (25) छोटे भाई पप्पू (18) के साथ बाइक से मंगलवार को भगवंतनगर कस्बा गया था। दोपहर करीब एक बजे घर लौट रहा था। वह पनई मार्ग पर पहुंचा था तभी सामने से आ रहे तेज रफ्तार लोडर ने बाइक में टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार दोनों भाई गंभीर रूप से घायल हो गए।
लोगों ने एंबुलेंस से घायलों को पीएचसी पहुंचाया, जहां दीपक को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि छोटे भाई पप्पू की हालत गंभीर देख जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। हादसे के बाद चालक लोडर छोड़कर भाग निकला। पिता देवकीनंदन ने लोडर के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर तहरीर दी है।
पिता का आरोप कि दोपहर को पीएचसी में इलाज के लिए कोई डॉक्टर नहीं था। समय पर इलाज मिल जाता तो शायद बेटे की जान बच जाती। मृतक चार भाइयों में सबसे बड़ा था। बेटे की मौत से मां रामदुलारी, भाई सूरज और पवन समेत पूरे परिवार बेहाल है।
सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। एसओ सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि लोडर को कब्जे में लिया गया है। पिता ने लोडर नंबर के आधार पर तहरीर दी है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
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