फुटबॉल खेलेंगी छात्राएं : हर गर्ल्स कॉलेज में बनेगी टीम, उच्च प्राथमिक से लेकर माध्यमिक विद्यालयों तक के लिए योजना

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Girls football team will be prepared in Uttar Pradesh.

– फोटो : पिक्साबे

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फीफा फुटबॉल वर्ल्ड कप फीवर के बीच प्रदेश की छात्राओं को भी फुटबॉल में आगे बढ़ाने की योजना बन रही है। इसके तहत प्रदेश के उच्च प्राथमिक व माध्यमिक स्तर के गर्ल्स कॉलेजों की छात्राओं को पढ़ाई के साथ-साथ फुटबाल खिलाड़ी के रूप में भी तैयार किया जाएगा। इसके तहत प्रत्येक स्कूल और कॉलेज में छात्राओं को प्रशिक्षण देकर उनकी की टीम बनाई जाएगी। इसके बाद ब्लॉक, जिला व राज्य स्तर पर प्रतियोगिताएं आयोजित कर राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग करने की तैयारी होगी।

इसकी कार्ययोजना शासन स्तर पर शिक्षा विभाग में तैयार हो रही है। इसके लिए विद्यालयवार कोच की व्यवस्था की जाएगी। छात्राओं के लिए जर्सी, जूते आदि जरूरी सामग्री की व्यवस्था भी रहेगी। प्रति टीम एक बजट भी तय होगा। योजना में खेलकूद से जुड़ीं कुछ प्रोफेशनल संस्थाओं का सहयोग भी लिया जाएगा। 

शिक्षा विभाग का मानना है कि इससे छात्राओं के अंदर छिपी प्रतिभा को तो निखारा ही जा सकेगा, ग्रामीण क्षेत्र में छात्राओं का विद्यालय में ठहराव बढ़ेगा। पढ़ाई के साथ खेलने के लिए छात्राओं की उपस्थिति और ठीक होगी। वहीं फुटबॉल खेलने के लिए स्कूल-कॉलेजों में मैदान भी तैयार कराए जाएंगे। 

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फीफा फुटबॉल वर्ल्ड कप फीवर के बीच प्रदेश की छात्राओं को भी फुटबॉल में आगे बढ़ाने की योजना बन रही है। इसके तहत प्रदेश के उच्च प्राथमिक व माध्यमिक स्तर के गर्ल्स कॉलेजों की छात्राओं को पढ़ाई के साथ-साथ फुटबाल खिलाड़ी के रूप में भी तैयार किया जाएगा। इसके तहत प्रत्येक स्कूल और कॉलेज में छात्राओं को प्रशिक्षण देकर उनकी की टीम बनाई जाएगी। इसके बाद ब्लॉक, जिला व राज्य स्तर पर प्रतियोगिताएं आयोजित कर राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग करने की तैयारी होगी।

इसकी कार्ययोजना शासन स्तर पर शिक्षा विभाग में तैयार हो रही है। इसके लिए विद्यालयवार कोच की व्यवस्था की जाएगी। छात्राओं के लिए जर्सी, जूते आदि जरूरी सामग्री की व्यवस्था भी रहेगी। प्रति टीम एक बजट भी तय होगा। योजना में खेलकूद से जुड़ीं कुछ प्रोफेशनल संस्थाओं का सहयोग भी लिया जाएगा। 

शिक्षा विभाग का मानना है कि इससे छात्राओं के अंदर छिपी प्रतिभा को तो निखारा ही जा सकेगा, ग्रामीण क्षेत्र में छात्राओं का विद्यालय में ठहराव बढ़ेगा। पढ़ाई के साथ खेलने के लिए छात्राओं की उपस्थिति और ठीक होगी। वहीं फुटबॉल खेलने के लिए स्कूल-कॉलेजों में मैदान भी तैयार कराए जाएंगे। 



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