गोरखपुर-फैजाबाद खंड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से एमएलसी निर्वाचन के लिए मतदाता बनने के लिए 13 हजार 173 स्नातकों ने आवेदन दिया है। जांच के बाद इन आवेदकों के मतदाता बनने पर पूरे निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 2 लाख 22 हजार 236 हो जाएगी। पहले चरण में दो लाख नौ हजार 63 मतदाता बने थे।
खंड स्नातक निर्वाचन के हर चुनाव में नए सिरे से मतदाता सूची तैयार की जाती है। इस बार के चुनाव के लिए एक महीने से अधिक समय तक मतदाता बनने के लिए समय दिया गया था। पहले चरण में बड़ी संख्या में आवेदन आए। गोरखपुर जिले में सर्वाधिक लोगों ने आवेदन किया था। यहां से 40 हजार 613 लोग मतदाता बने हैं। पहले चरण में आए आवेदनों के आधार पर तैयार अनंतिम मतदाता सूची पर 23 नवंबर से नौ दिसंबर तक आपत्तियां आमंत्रित की गईं थीं।
इस दौरान लोगों के पास मतदाता बनने का भी अवसर था। पहले चरण में छूट गए लोगों ने इस बीच आवेदन किया है। आवेदन करने वालों में सर्वाधिक संख्या देवरिया जिले में रही। सबसे कम आवेदन संतकबीनगर जिले में आए। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी जेएन मौर्य ने बताया कि 23 नवंबर से नौ दिसंबर के बीच आए आवेदनों की जांच चल रही है।
गोरखपुर-फैजाबाद खंड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में 17 जिलों के मतदाता वोट डालेंगे। कमिश्नर गोरखपुर इस चुनाव के रिटर्निंग ऑफिसर हैं। इस सीट से चुनाव लड़ने के दावेदारों ने अधिक से अधिक मतदाता बनाने पर जोर लगा दिया था। इस चुनाव में अधिकतर मतदाता दावेदारों के प्रयास के आधार पर ही बनते हैं। स्वत: आकर आवेदन करने वालों की संख्या कम होती है।
गोरखपुर-फैजाबाद खंड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से एमएलसी निर्वाचन के लिए मतदाता बनने के लिए 13 हजार 173 स्नातकों ने आवेदन दिया है। जांच के बाद इन आवेदकों के मतदाता बनने पर पूरे निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 2 लाख 22 हजार 236 हो जाएगी। पहले चरण में दो लाख नौ हजार 63 मतदाता बने थे।
खंड स्नातक निर्वाचन के हर चुनाव में नए सिरे से मतदाता सूची तैयार की जाती है। इस बार के चुनाव के लिए एक महीने से अधिक समय तक मतदाता बनने के लिए समय दिया गया था। पहले चरण में बड़ी संख्या में आवेदन आए। गोरखपुर जिले में सर्वाधिक लोगों ने आवेदन किया था। यहां से 40 हजार 613 लोग मतदाता बने हैं। पहले चरण में आए आवेदनों के आधार पर तैयार अनंतिम मतदाता सूची पर 23 नवंबर से नौ दिसंबर तक आपत्तियां आमंत्रित की गईं थीं।
इस दौरान लोगों के पास मतदाता बनने का भी अवसर था। पहले चरण में छूट गए लोगों ने इस बीच आवेदन किया है। आवेदन करने वालों में सर्वाधिक संख्या देवरिया जिले में रही। सबसे कम आवेदन संतकबीनगर जिले में आए। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी जेएन मौर्य ने बताया कि 23 नवंबर से नौ दिसंबर के बीच आए आवेदनों की जांच चल रही है।