उन्नाव जिले के औरास थाना क्षेत्र में जवन गांव निवासी अधेड़ की अप्रैल 2022 में संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। इसके बाद भाई द्वारा शव को दफना दिया गया। मामले में मृतक की बेटी ने हत्या की आंशका पर न्यायालय में अर्जी दी थी। मामले में न्यायालय ने शव का पोस्टमार्टम कराने का निर्देश दिया है। इस पर पुलिस ने शव को आठ माह बाद निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। बता दें कि औरास थाना क्षेत्र के जवन गांव निवासी मलखे अपनी बेटियों लक्ष्मी (14) व शिवानी (7) के साथ चंडीगढ़ में रहकर मजदूरी करता था। मार्च महीने में वह वहां से गांव आकर गेहूं की फसल कटवाने आया था। 19 अप्रैल को मलखे के भाई फूलचंद्र ने अपनी पत्नी फूलमती के नाम उसकी जमीन बैनामा कराकर बेटियों को फोन कर उसकी तबियत खराब होने की बात कही थी। 20 अप्रैल को बेटियों के घर आने पर उसका शव पड़ा था।
बेटियों को बंधक बनाकर फूलचंद्र ने उसका शव दफन कर दिया था। पुलिस में सुनवाई न होने पर छोटी बेटी शिवानी ने न्यायालय में वाद दायर किया था। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने दंपती सहित पांच लोगों के खिलाफ हत्या, धोखाधड़ी आदि धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी।
शुक्रवार को न्यायालय के आदेश पर एसडीएम हसनगंज अंकित शुक्ला, सीओ बांगरमऊ पंकज सिंह की मौजूदगी में दफन शव निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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उन्नाव जिले के औरास थाना क्षेत्र में जवन गांव निवासी अधेड़ की अप्रैल 2022 में संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। इसके बाद भाई द्वारा शव को दफना दिया गया। मामले में मृतक की बेटी ने हत्या की आंशका पर न्यायालय में अर्जी दी थी।
मामले में न्यायालय ने शव का पोस्टमार्टम कराने का निर्देश दिया है। इस पर पुलिस ने शव को आठ माह बाद निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। बता दें कि औरास थाना क्षेत्र के जवन गांव निवासी मलखे अपनी बेटियों लक्ष्मी (14) व शिवानी (7) के साथ चंडीगढ़ में रहकर मजदूरी करता था।
मार्च महीने में वह वहां से गांव आकर गेहूं की फसल कटवाने आया था। 19 अप्रैल को मलखे के भाई फूलचंद्र ने अपनी पत्नी फूलमती के नाम उसकी जमीन बैनामा कराकर बेटियों को फोन कर उसकी तबियत खराब होने की बात कही थी।