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थाना कमला नगर के प्रभारी निरीक्षक विपिन कुमार गौतम ने बताया कि अजय कुमार को थाने बुलाया गया। दोनों पक्ष शनिवार को आए। अजय के पास तोता भी था। पुलिस ने उनसे पूछा कि तोता किसका है। इस पर अजय ने कहा कि मुनेंद्र देकर गए थे। इसके बाद से वो ही पाल रहे हैं। तोते को बाबू बुलाते हैं। घर में हर कोई उसे प्यार करता है। तोता उनके परिवार के लोगों के नाम भी लेता है। पत्नी मंजू को मम्मी कहकर पुकारता है। बेटी मुनमुन और बेटे अभय को नाम लेकर पुकारता है। वह उसे देखकर खुश होते हैं। उसे अब कैसे दे सकते हैं। इतने साल बाद तोता मांगने का क्या मतलब है।
तोते ने खुद दूर कर दी पुलिस की उलझन
पुलिस तोते के मालिकाना हक का विवाद सुलझाने में उलझ गई। यह नहीं समझ आ रहा था कि कैसे विवाद का निपटारा किया जाए। बाद में थानेदार कक्ष में तोते के साथ अजय और मुनेंद्र को बुलाया गया। अजय ने अपनी बेटी मुनमुन को आवाज लगाई। कहा कि बेटी मुनमुन कहां हो। इस पर तोते ने सुनकर मुनमुन कहां हो, बोलना शुरू कर दिया। वह कई बार ऐसा बोला। इस पर पुलिस समझ गई कि तोता तीन साल से अजय के पास ही रह रहा है। इससे पुलिस की उलझन भी दूर हो गई। उन्होंने यही कहा कि वह विदेशी तोते को अपने पास रख सकते हैं।
बेहद प्यार करता है परिवार
अजय ने पुलिस को बताया कि तोता अफ्रीकन प्रजाति का है। वह उड़ता कम है। इस कारण वो उसे घर में पिंजड़े से निकाल लेते हैं। वह सभी का प्यारा है। उधर, मुनेंद्र कुमार ने कहा कि वह तोते को वापस लेकर रहेंगे। इसके लिए हर संभव प्रयास करेंगे। तोते को कुछ दिन के लिए दिया था, लेकिन पड़ोसी ने उसे अपने पास ही रख लिया।
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