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उन्नाव। शहर की गलियों से लेकर मुख्य मार्गों पर सीवर लाइन और नालों के टूटे मैनहोल और नाले-नालियों के टूटे पत्थर शहरियों को दर्द दे रहे हैं। रविवार को शहर में दो स्थानों पर लोग इनकी चपेट में आकर चुटहिल हुए।
शहर के सबसे व्यस्त बड़ा चौराहे पर कई साल से टूटा मैनहोल कुएं की शक्ल ले चुका है। लोगों ने कई बार इसकी मरम्मत की मांग उठाई लेकिन, अब तक सुनवाई नहीं हुई। रविवार को बाजार जा रहीं लोकनगर की सावित्री को कचौड़ी गली में कुछ खरीदारी करनी थी। वह बड़ा चौराहा से जैसे ही गली की तरफ मुड़ीं उनका पैर फिसल गया। गनीमत रही कि मैनहोल में नहीं गिरीं, फिसलने से उनके बाएं पैर में चोट लग गई। साथ रही बेटी शिवानी उन्हें रिक्शे से घर लेकर गई।
शहर के आईबीपी चौराहा से स्टेशन रोड जाने वाले रास्ते पर मुख्य मार्ग के मोड़ पर रोड क्रास नाले का टूटा पत्थर महीनों से लोगों को परेशान कर रहा है। वाहन अक्सर इनमें फंस जाते हैं। रविवार सुबह सफीपुर निवासी रामसुमेर अपने रिश्तेदार को छोड़ने रेलवे स्टेशन जा रहे थे। अचानक कार का पहिया टूटे नाले में जाने से कार फंस गई। आसपास के दुकानदारों ने धक्का देकर कार को निकलवाया। ट्रेन का समय हो जाने से रामसुमेर ने रिश्तेदार को रिक्शे से स्टेशन भेजा।
आदर्श नगर में शनि मंदिर वाली गली के नाले का पत्थर छह महीने से टूटा है। स्थानीय लोगों में सत्येंद्र कुमार, शिवबालक, रामनरेश, मोहित, शिवा आदि ने कई बार नगर पालिका को लिखित और मौखिक सूचना दी। लेकिन हर बार जल्द मरम्मत कराने के आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।
लोगों ने बताया कि डीएम, सिटी मजिस्ट्रेट, नगर पालिका प्रशासक को भी प्रार्थनापत्र दिया लेकिन कोई हल नहीं निकला। इसके अलावा शिव नगर, पीतांबर नगर, लोकनगर, गांधी नगर, कलक्टरगंज, हिरन नगर, आजाद नगर में भी कई स्थानों पर नाली-नालों को टूटे पत्थर शहरियों के लिए मुसीबत बने हैं।
बजट का टोटा
नगर पालिका सूत्रों के अनुसार बजट की कमी के चलते मरम्मत नहीं हो पा रही है। मैनहोल के ढक्कन और नाली-नालों के लिए कंक्रीट पत्थरों की सप्लाई का काम जिस फर्म को दिया गया था। उसका करीब 25 लाख रुपया बकाया है। इसी वजह से फर्म ने सप्लाई करने से इनकार कर दिया है।
बोले जिम्मेदार
नगर पालिका ईओ ओमप्रकाश ने माना कि आपूर्ति में देरी हुई है। बताया कि टूटे पत्थरों की मरम्मत कराई जा रही है। कई स्थानों पर बदलवाए भी गए हैं। जहां सुधार नहीं हो पाया है जल्द ही दुरुस्त करा दिया जाएगा। बताया कि एक महीने में समस्या पूरी तरह हल हो जाएगी।
उन्नाव। शहर की गलियों से लेकर मुख्य मार्गों पर सीवर लाइन और नालों के टूटे मैनहोल और नाले-नालियों के टूटे पत्थर शहरियों को दर्द दे रहे हैं। रविवार को शहर में दो स्थानों पर लोग इनकी चपेट में आकर चुटहिल हुए।
शहर के सबसे व्यस्त बड़ा चौराहे पर कई साल से टूटा मैनहोल कुएं की शक्ल ले चुका है। लोगों ने कई बार इसकी मरम्मत की मांग उठाई लेकिन, अब तक सुनवाई नहीं हुई। रविवार को बाजार जा रहीं लोकनगर की सावित्री को कचौड़ी गली में कुछ खरीदारी करनी थी। वह बड़ा चौराहा से जैसे ही गली की तरफ मुड़ीं उनका पैर फिसल गया। गनीमत रही कि मैनहोल में नहीं गिरीं, फिसलने से उनके बाएं पैर में चोट लग गई। साथ रही बेटी शिवानी उन्हें रिक्शे से घर लेकर गई।
शहर के आईबीपी चौराहा से स्टेशन रोड जाने वाले रास्ते पर मुख्य मार्ग के मोड़ पर रोड क्रास नाले का टूटा पत्थर महीनों से लोगों को परेशान कर रहा है। वाहन अक्सर इनमें फंस जाते हैं। रविवार सुबह सफीपुर निवासी रामसुमेर अपने रिश्तेदार को छोड़ने रेलवे स्टेशन जा रहे थे। अचानक कार का पहिया टूटे नाले में जाने से कार फंस गई। आसपास के दुकानदारों ने धक्का देकर कार को निकलवाया। ट्रेन का समय हो जाने से रामसुमेर ने रिश्तेदार को रिक्शे से स्टेशन भेजा।
आदर्श नगर में शनि मंदिर वाली गली के नाले का पत्थर छह महीने से टूटा है। स्थानीय लोगों में सत्येंद्र कुमार, शिवबालक, रामनरेश, मोहित, शिवा आदि ने कई बार नगर पालिका को लिखित और मौखिक सूचना दी। लेकिन हर बार जल्द मरम्मत कराने के आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।
लोगों ने बताया कि डीएम, सिटी मजिस्ट्रेट, नगर पालिका प्रशासक को भी प्रार्थनापत्र दिया लेकिन कोई हल नहीं निकला। इसके अलावा शिव नगर, पीतांबर नगर, लोकनगर, गांधी नगर, कलक्टरगंज, हिरन नगर, आजाद नगर में भी कई स्थानों पर नाली-नालों को टूटे पत्थर शहरियों के लिए मुसीबत बने हैं।
बजट का टोटा
नगर पालिका सूत्रों के अनुसार बजट की कमी के चलते मरम्मत नहीं हो पा रही है। मैनहोल के ढक्कन और नाली-नालों के लिए कंक्रीट पत्थरों की सप्लाई का काम जिस फर्म को दिया गया था। उसका करीब 25 लाख रुपया बकाया है। इसी वजह से फर्म ने सप्लाई करने से इनकार कर दिया है।
बोले जिम्मेदार
नगर पालिका ईओ ओमप्रकाश ने माना कि आपूर्ति में देरी हुई है। बताया कि टूटे पत्थरों की मरम्मत कराई जा रही है। कई स्थानों पर बदलवाए भी गए हैं। जहां सुधार नहीं हो पाया है जल्द ही दुरुस्त करा दिया जाएगा। बताया कि एक महीने में समस्या पूरी तरह हल हो जाएगी।
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