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हसनगंज। तेरह साल से लापता किसान की जमीन का चचेरे परिवार की एक महिला के नाम फर्जी बैनामा करा लिया गया। लापता किसान के बेटे ने नायब तहसीलदार कोर्ट में बैनामा के खिलाफ वाद दायर किया। आरोप है कि सुनवाई की तारीख के पहले ही, पीड़ित के वकील को जानकारी दिए बिना ही महिला के पक्ष में आदेश कर दिया गया। पीड़ित ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की है।
रफीगढ़ी निवासी बलराम वर्ष 2008 में घर से लापता हो गए थे। परिजनों ने काफी खोजबीन की लेकिन कहीं पता नहीं चला। आरोप है कि परिवार की ही एक महिला ने गलत ढंग से 2009 में बलराम की फोटो लगाकर चार बीघा जमीन का बैनामा करा लिया।
बलराम के पुत्र सत्रोहन को जब इसकी जानकारी हुई तो उसने 2009 में बैनामा के खिलाफ नायब तहसीलदार कोर्ट में आपत्ति लगाई। आरोप है कि नौ दिसंबर को महिला के पक्ष में आदेश कर दिया गया। एसडीएम अंकित शुक्ला ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। जांच करा कर कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को पत्र भेजा जाएगा।
हसनगंज। तेरह साल से लापता किसान की जमीन का चचेरे परिवार की एक महिला के नाम फर्जी बैनामा करा लिया गया। लापता किसान के बेटे ने नायब तहसीलदार कोर्ट में बैनामा के खिलाफ वाद दायर किया। आरोप है कि सुनवाई की तारीख के पहले ही, पीड़ित के वकील को जानकारी दिए बिना ही महिला के पक्ष में आदेश कर दिया गया। पीड़ित ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की है।
रफीगढ़ी निवासी बलराम वर्ष 2008 में घर से लापता हो गए थे। परिजनों ने काफी खोजबीन की लेकिन कहीं पता नहीं चला। आरोप है कि परिवार की ही एक महिला ने गलत ढंग से 2009 में बलराम की फोटो लगाकर चार बीघा जमीन का बैनामा करा लिया।
बलराम के पुत्र सत्रोहन को जब इसकी जानकारी हुई तो उसने 2009 में बैनामा के खिलाफ नायब तहसीलदार कोर्ट में आपत्ति लगाई। आरोप है कि नौ दिसंबर को महिला के पक्ष में आदेश कर दिया गया। एसडीएम अंकित शुक्ला ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। जांच करा कर कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को पत्र भेजा जाएगा।
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