बांग्लादेशी नागरिक मामला: पूछताछ में डॉ. रिजवान ने उगले कई राज, बोला- पाकिस्तान में कई लोगों के संपर्क में हूं

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डॉ. रिजवान मोहम्मद

डॉ. रिजवान मोहम्मद
– फोटो : अमर उजाला

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सर, मैं हवाला का काम करता हूं। पाकिस्तान में मेरे कई लोगों से संपर्क है, इसी सिलसिले में पाकिस्तान समेत अन्य देश जा चुका हूं..। नौ घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिए गए बांग्लादेशी नागरिक डॉ. रिजवान ने इन बातों को तो कबूला पर जब जांच टीम ने पूछा कि हवाला का पैसा पाकिस्तान में कहां से और कौन भेजता है तो वह चुप्पी साध गया।

जब यह पूछा गया कि भारत में हवाला का पैसा कौन मंगवाता है तो वह बगले झांकने लगा। उसकी चुप्पी समझकर जांच टीम ने अपने सवालों को घुमाना शुरू किया तो वह जवाब देने लगा। उसने बताया कि वह बांग्लादेश में एक होटल चलाता था। शादी के बाद वह कानपुर आ गया था।

यहां फर्जी दस्तावेज बनवाए और आर्यनगर स्थित फ्लैट में रहने लगा। यहां से हवाला का काम कर रहा था, इसकी जानकारी उसकी पत्नी हिना और ससुर खालिद को थी। पुलिस ने जब उसके सामने दो बैंक खातों (इंडसइंड और एचडीएफसी) का कच्चाचिट्ठा रखा तो वह हड़बड़ाकर सच उगलने लगा। डॉ. रिजवान बोला हां.. यह हवाला का पैसा है।

इन्हीं खातों में आता था। जब पुलिस ने पूछा कि इन रुपयों का वह क्या करता है ? तो उसने पुलिस को कई बातें बताईं, जो सार्वजनिक नहीं की गई हैं। पुलिस इन्हीं बताए गए तथ्यों के जरिये कोर्ट से 14 दिन की रिमांड मांगेगी। डॉ. रिजवान ने बताया कि वह बांग्लादेश में भी हवाला का कारोबार करता था। बांग्लादेशी पासपोर्ट पर भी वह कई विदेश यात्रा कर चुका है। हालांकि पूछताछ के दौरान वह कहता रहा कि उसने न ही बांग्लादेश के साथ गद्दारी की है न ही भारत की जासूसी की है। हालांकि पाकिस्तानी में उसके किन लोगों से संबंध हैं उसका ब्योरा डॉ. रिजवान ने नहीं दिया।

दोबारा रिमांड मांगेगी पुलिस
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि अब पुलिस एक बार फिर से रिमांड के लिए सोमवार को कोर्ट में अर्जी दाखिल करेगी। रिजवान के खिलाफ देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के पुख्ता साक्ष्य कोर्ट सामने पेश करके 14 दिनों का रिमांड मांगा जाएगा, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियां भी एक बार फिर रिमांड के दौरान डॉ. रिजवान से पूछताछ कर सकती हैं।

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दरअसल, मूलगंज से पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिक डॉ. रिजवान से पूछताछ के लिए पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा बताते हुए कोर्ट से 14 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन बांग्लादेशी के खिलाफ लगाए गए आरोप का साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर सकी थी। इसके चलते कोर्ट ने पुलिस को महज नौ घंटे की कस्टडी रिमांड दी थी। सुबह करीब आठ बजे पुलिस की टीम जेल पहुंची। जहां कागजी कार्रवाई के बाद पुलिस उसे एक गुप्त स्थान पर ले गई जहां पूछताछ की।

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सर, मैं हवाला का काम करता हूं। पाकिस्तान में मेरे कई लोगों से संपर्क है, इसी सिलसिले में पाकिस्तान समेत अन्य देश जा चुका हूं..। नौ घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिए गए बांग्लादेशी नागरिक डॉ. रिजवान ने इन बातों को तो कबूला पर जब जांच टीम ने पूछा कि हवाला का पैसा पाकिस्तान में कहां से और कौन भेजता है तो वह चुप्पी साध गया।

जब यह पूछा गया कि भारत में हवाला का पैसा कौन मंगवाता है तो वह बगले झांकने लगा। उसकी चुप्पी समझकर जांच टीम ने अपने सवालों को घुमाना शुरू किया तो वह जवाब देने लगा। उसने बताया कि वह बांग्लादेश में एक होटल चलाता था। शादी के बाद वह कानपुर आ गया था।

यहां फर्जी दस्तावेज बनवाए और आर्यनगर स्थित फ्लैट में रहने लगा। यहां से हवाला का काम कर रहा था, इसकी जानकारी उसकी पत्नी हिना और ससुर खालिद को थी। पुलिस ने जब उसके सामने दो बैंक खातों (इंडसइंड और एचडीएफसी) का कच्चाचिट्ठा रखा तो वह हड़बड़ाकर सच उगलने लगा। डॉ. रिजवान बोला हां.. यह हवाला का पैसा है।



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