बांकेबिहारी मंदिर में उमड़ी भीड़ – फोटो : अमर उजाला
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कोरोना काल के बाद सभी बंदिशें समाप्त होने का असर नए साल पर कन्हैया की नगरी में दिखेगा। माना जा रहा है कि नववर्ष के मौके पर मथुरा, वृंदावन समेत जिले के अन्य धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ेगा और पिछले सभी रिकार्ड टूटेंगे। हाल यह है कि तीन जनवरी तक अधिकांश होटल व गेस्ट हाउस अभी से ही बुक हो चुके हैं। मथुरा-वृंदावन में नए साल के अवसर पर 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
नववर्ष पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए ठाकुर श्रीबांके बिहारी मंदिर प्रबंधन ने एडवाइजरी जारी कर चुका है। साल की विदाई और नए साल का आगाज अपने आराध्य के दर्शनों के साथ करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। चूंकि वीकेंड पर ही नया साल आने वाला है। ऐसे में दिल्ली-एनसीआर की भीड़ सबसे अधिक होगी। ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर प्रबंधन व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए पुलिस प्रशासन को पत्र भी भेज चुका है।
जन्माष्टमी पर भीड़ के कारण हुआ था हादसा
इस साल जन्माष्टमी के अवसर पर आरती के दौरान बांकेबिहारी मंदिर में बदइंतजामी के कारण हुए हादसे के बाद से व्यवस्थाओं में सुधार की बात तो कही जा रही है, लेकिन धरातल पर अभी कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिला है। दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को गेट नंबर दो और तीन से प्रवेश दिया जा रहा है, जबकि एक और चार से निकासी की व्यवस्था है। जबकि गेट नंबर-पांच को सेवायतों के लिए आरक्षित रखा गया है।
ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर के प्रबंधक मुनीष शर्मा ने बताया कि ठाकुरजी के दर्शन करने के लिए आने वाले भक्त मंदिर प्रबंधन द्वारा जारी की गई एडवाइजरी का पालन अवश्य करें। इसके साथ मंदिर आने से पूर्व भीड़ का आंकलन या जानकारी करने के बाद ही दर्शन के लिए आएं। प्रशासन को व्यवस्थाएं करने के लिए पत्र भेजा जा चुका है।
दर्शन बढ़ाने को लेकर नहीं हो सका फैसला
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन का समय बढ़ाने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है और न मंदिर में ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था ही बन सकी है। ऐसे में नए साल पर उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करना जिला प्रशासन और मंदिर प्रबंधन के लिए कड़ी चुनौती होगी। वहीं राजस्थान के खाटू श्याम के दर्शन बंद होने का असर वृंदावन में देखा जा रहा है। यही कारण है कि पिछले लगभग डेढ़ माह से बांकेबिहारी मंदिर में भीड़ का दबाव लगातार बढ़ रहा है।
होटल संचालक उमेश दुबे एवं गोलू पंडित ने बताया कि वृंदावन के सभी होटल और गेस्ट हाउस बुक हैं। स्थिति यह है कि आगामी तीन जनवरी तक कहीं कोई कमरा खाली नहीं मिल सकता है। भक्त वर्ष के अंतिम दिन और नया वर्ष ठाकुरजी के दर्शन कर मनाना चाहते हैं। मथुरा-वृंदावन होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह एडवोकेट ने बताया कि कोरोना काल की बंदिशें हटने के बाद लोगों में धार्मिक यात्रा के प्रति उत्साह बढ़ा है। यही कारण है कि श्रद्धालु नववर्ष की शुरुआत वृंदावन मथुरा के मंदिरों के दर्शन करके करना चाहते हैं। अभी से होटल और गेस्ट हाउस बुक करा दिए गए हैं।
न कोई त्योहार और न वीकेंड की छुट्टी इसके बाद भी मंगलवार को बांकेबिहारी मंदिर में भारी भीड़ रही। दर्शन के लिए आए भक्त भीड़ में फंसकर अपने आराध्य के दर्शन के लिए पहुंचे। मंदिर में दर्शन की आपाधापी रही। सुबह की अपेक्षा शाम को भक्तों की भीड़ अधिक देखी गई। बढ़ती भीड़ के कारण मंदिर के आसपास की गलियों में व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गईं। वहीं मंदिर में दर्शन की व्यवस्था में कोई विशेष सुधार नहीं दिखाई दिया।
लोग जाम से परेशान लोग
पार्किंग की बेहतर व्यवस्था न होने से वृंदावन में आए दिन जाम लग रहा है। मंगलवार को मथुरा मार्ग, छटीकरा मार्ग और यमुना एक्सप्रेसवे पर जाम के हालात रहे। इसके साथ नगर के राधा निवासा, किशोरपुरा, भटर भवन, सीएफसी चौराहा, मथुरा दरवाजा, विद्यापीठ, गांधी नगर, मोतीझील, बांकेबिहारी कॉलोनी आदि इलाकों में वाहनों को श्रद्धालु पार्क कर प्रभु के दर्शन चले गए।
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कोरोना काल के बाद सभी बंदिशें समाप्त होने का असर नए साल पर कन्हैया की नगरी में दिखेगा। माना जा रहा है कि नववर्ष के मौके पर मथुरा, वृंदावन समेत जिले के अन्य धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ेगा और पिछले सभी रिकार्ड टूटेंगे। हाल यह है कि तीन जनवरी तक अधिकांश होटल व गेस्ट हाउस अभी से ही बुक हो चुके हैं। मथुरा-वृंदावन में नए साल के अवसर पर 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
नववर्ष पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए ठाकुर श्रीबांके बिहारी मंदिर प्रबंधन ने एडवाइजरी जारी कर चुका है। साल की विदाई और नए साल का आगाज अपने आराध्य के दर्शनों के साथ करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। चूंकि वीकेंड पर ही नया साल आने वाला है। ऐसे में दिल्ली-एनसीआर की भीड़ सबसे अधिक होगी। ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर प्रबंधन व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए पुलिस प्रशासन को पत्र भी भेज चुका है।
जन्माष्टमी पर भीड़ के कारण हुआ था हादसा
इस साल जन्माष्टमी के अवसर पर आरती के दौरान बांकेबिहारी मंदिर में बदइंतजामी के कारण हुए हादसे के बाद से व्यवस्थाओं में सुधार की बात तो कही जा रही है, लेकिन धरातल पर अभी कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिला है। दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को गेट नंबर दो और तीन से प्रवेश दिया जा रहा है, जबकि एक और चार से निकासी की व्यवस्था है। जबकि गेट नंबर-पांच को सेवायतों के लिए आरक्षित रखा गया है।