कोरोना संक्रमण का खतरा फिर से मंडराने लगा है। सीएमओ ने संक्रमण के खतरे को देखते हुए एयरपोर्ट पर निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। एयरपोर्ट पर आने वाले हर यात्रियों की रैपिड किट से जांच की जाएगी। पॉजिटिव मिलने पर सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग होगी।
सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दुबे ने बताया कि एक बार फिर से कोविड प्रोटोकॉल के पालन के निर्देश नए सिरे से जारी किए जाएंगे। इसके साथ ही लोगों को कोविड टीकाकरण की याद सताने लगी है। बूस्टर डोज के लिए लोग टीके की तलाश शुरू कर दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग के पास एक भी वायल वैक्सीन नहीं बची है।
कोरोना टीकाकरण में तीन डोज लग रहे हैं। पहले और दूसरे डोज के अलावा बूस्टर डोज भी लगाया जा रहा है। जिले में 18 वर्ष से अधिक उम्र के करीब 34 लाख 88 हजार 88 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था। इसके सापेक्ष पहले डोज में 103 और दूसरे डोज में 100 फीसदी से अधिक लोगों को टीका लगा।
हालांकि, बूस्टर डोज में टीकाकरण का ग्राफ गिर गया। करीब 29 लाख लोगों को बूस्टर डोज लगना है। जिसमें महज 10 लाख 50 हजार 874 लोगों को बूस्टर डोज लगा है। यह सिर्फ 33 फीसदी है। करीब 67 फीसदी को बूस्टर डोज का इंतजार है।
कोरोना संक्रमण का खतरा फिर से मंडराने लगा है। सीएमओ ने संक्रमण के खतरे को देखते हुए एयरपोर्ट पर निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। एयरपोर्ट पर आने वाले हर यात्रियों की रैपिड किट से जांच की जाएगी। पॉजिटिव मिलने पर सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग होगी।
सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दुबे ने बताया कि एक बार फिर से कोविड प्रोटोकॉल के पालन के निर्देश नए सिरे से जारी किए जाएंगे। इसके साथ ही लोगों को कोविड टीकाकरण की याद सताने लगी है। बूस्टर डोज के लिए लोग टीके की तलाश शुरू कर दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग के पास एक भी वायल वैक्सीन नहीं बची है।
कोरोना टीकाकरण में तीन डोज लग रहे हैं। पहले और दूसरे डोज के अलावा बूस्टर डोज भी लगाया जा रहा है। जिले में 18 वर्ष से अधिक उम्र के करीब 34 लाख 88 हजार 88 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था। इसके सापेक्ष पहले डोज में 103 और दूसरे डोज में 100 फीसदी से अधिक लोगों को टीका लगा।
हालांकि, बूस्टर डोज में टीकाकरण का ग्राफ गिर गया। करीब 29 लाख लोगों को बूस्टर डोज लगना है। जिसमें महज 10 लाख 50 हजार 874 लोगों को बूस्टर डोज लगा है। यह सिर्फ 33 फीसदी है। करीब 67 फीसदी को बूस्टर डोज का इंतजार है।