प्रदेश में कोविड टीकाकरण को लेकर नए सिरे से रणनीति बनाई जा रही है। अब रेलवे, बस स्टैंड, मेट्रो सहित अन्य सार्वजनिक स्थलों पर अतिरिक्त कोविड टीकाकरण के बूथ बनाए जाएंगे। जबकि पहले से चल रहे बूथों को निरंतर संचालित किया जाएगा।
राज्य टीकाकरण प्रभारी डॉ. अजय गुप्ता ने बताया कि टीकाकरण तेज करने के लिए सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं। दूसरी खुराक लेने वालों की सूची के आधार पर एहतियाती खुराक वालों को चिह्नित किया जा रहा है। डॉ. गुप्ता ने बताया कि कोविशील्ड की डोज मंगवाई जा रही है। जिनको दो खुराक कोविशील्ड की लगी है और उनके बूथ पर यह वैक्सीन नहीं है तो वे कोवाक्सिन लगवा सकते हैंं। स्वास्थ्य मंत्रालय व डब्ल्यूएचओ ने इसकी अनुमति दी है। इसमें किसी तरह की समस्या नहीं है।
बेड से लेकर ऑक्सीजन प्लांट तक हो रहे तैयार सभी सीएमओ व सीएमएस को बेड से लेकर ऑक्सीजन प्लांट तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश में कोविड काल के दौरान करीब एक लाख 18 हजार बेड तैयार किए गए थे। यदि मरीजों की संख्या बढ़ती है तो अस्पताल को कोविड में तब्दील किया जाएगा।
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प्रदेश में कोविड टीकाकरण को लेकर नए सिरे से रणनीति बनाई जा रही है। अब रेलवे, बस स्टैंड, मेट्रो सहित अन्य सार्वजनिक स्थलों पर अतिरिक्त कोविड टीकाकरण के बूथ बनाए जाएंगे। जबकि पहले से चल रहे बूथों को निरंतर संचालित किया जाएगा।