पोस्टमार्टम हाउस से गंगाघाट तक नौ घंटे तक चला हंगामा

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उन्नाव। सपा सरकार में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रहे दिवंगत फतेहबहादुर सिंह के छोटे बेटे रजोल सिंह के हाथ अनुसूचित जाति की युवती के खून से रंगे होेने का मामला सामने आते ही चुनावी सीजन में सियासी सरगर्मी बढ़ गई। शुक्रवार को पोस्टमार्टम हाउस में युवती के परिजनों ने आश्रितों को 25 लाख रुपये मुआवजा व अन्य मांगों को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। मांग पूरी न होने तक शव का अंतिम संस्कार न करने की बात पर अड़ गए। पांच घंटे की मशक्कत के बाद अफसरों ने उन्हें मनाया। जब शव जाजमऊ के चंदन घाट पर पहुंचा तो फिर परिजन बिफर गए। मुख्यमंत्री को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए। पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर प्रकरण की दुष्कर्म पीड़िता के घाट पहुंचने और परिजनों की लड़ाई लड़ने की बात कहने पर मामला और तूल पकड़ गया। सूचना पर डीएम, एसपी श्मशान घाट पहुंचे और मांगों को पूरा कराने का भरोसा दिया। तब चार घंटे बाद यानी शाम पांच बजे शव का अंतिम संस्कार शुरू हो सका।
सपा सरकार में उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव फेडरेशन के चेयरमैन रहे फतेहबहादुर सिंह के कब्बाखेड़ा स्थित दिव्यानंद आश्रम के पीछे स्थित प्लॉट में दफनाया गया शहर कोतवाली क्षेत्र के कांशीराम कॉलोनी निवासी पूजा गौतम (22) का शव पुलिस ने बरामद किया था। पुलिस ने रात में ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था, लेकिन परिजनों ने रात में पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया था। शुक्रवार की सुबह आठ बजे तीन डॉक्टरों के पैनल व वीडियोग्राफी के बीच पूजा का पोस्टमार्टम हुआ। रिपोर्ट में पूजा के सिर में दो गंभीर चोट मिलने के अलावा गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई। डॉक्टरों ने उसकी स्लाइड भी बनाई। पोस्टमार्टम के बाद पिता मुकेश व मां रीता ने बेटे को सरकारी नौकरी, पक्की मकान, 25 लाख रुपये मुआवजा व दोषियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग पूरी को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। कहा कि मांगें पूरी होने पर ही पूजा का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
एडीएम, सिटी मजिस्ट्रेट विजेता, एएसपी शशिशेखर सिंह ने परिजनों को सभी मांगे पूरी कराने का भरोसा दिलाया, लेकिन लिखित रूप से भरोसा दिए जाने की बात वह अफसर पीछे हट गए। इस पर फिर परिजन हंगामा करने लगे। इसी बीच समाजसेवी मुकेश रावत, सफीपुर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी शंकरलाल गौतम पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और डीएम को मौके पर बुलाने की मांग शुरू कर दी। पुलिस अफसरों के समझाने पर मुकेश बेटी पूजा का अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए। इसके बाद पुलिस की निगरानी में शव जाजमऊ के चंदन घाट ले जाया गया।
इसी बीच विधायक कुलदीप सिंह सेंगर प्रकरण की दुष्कर्म पीड़िता के पहले पोस्टमार्टम हाउस और फिर घाट पर पहुंचने से मामला फिर से गर्म हो गया। घाट पर मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग पर अड़े परिजनाें ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। डीएम रवींद्र कुमार व एसपी दिनेश त्रिपाठी घाट पर पहुंचे। पूजा की मां व पिता ने जमीन का पट्टा, सुरक्षा व्यवस्था व फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने समेत अन्य मांगे उनके सामने रखीं। डीएम व एसपी ने सभी मांगों को पूरी कराने का भरोसा दिया। इसके बाद शाम करीब पांच बजे अंतिम संस्कार शुरू हो सका। पिता ने लिखित मांग पत्र भी डीएम को सौंपा है। वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
यह था मामला
शहर कोतवाली क्षेत्र स्थित कांशीराम कॉलोनी निवासी मुकेश गौतम की बेटी पूजा (22) आठ दिसंबर 2021 को गायब हो गई थी। मां रीता ने पूर्व राज्यमंत्री फतेहबहादुर सिंह के छोटे बेटे अरुण कुमार सिंह उर्फ रजोल पर बेटी को अगवा करने का आरोप लगाया था। पहले पुलिस ने पूजा की गुमशुदगी दर्ज की थी। बाद में 10 जनवरी को पुलिस ने रजोल के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की थी। पूजा का पता न चलने पर आरोपी पर कार्रवाई न किए जाने से नाराज पीड़िता की मां ने लखनऊ में आत्मदाह का प्रयास किया। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपी रजोल को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। रजोल की कॉल डिटेल खंगालने के बाद पुलिस ने हरदोई के नयागांव मुबारकपुर निवासी सूरज सिंह को उठाया और पूछताछ की थी। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने गुरुवार को सपा सरकार में उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव फेडरेशन के चेयरमैन रहे फतेहबहादुर सिंह के कब्बाखेड़ा स्थित दिव्यानंद आश्रम के पीछे स्थित प्लॉट में दफनाया गया पूजा का शव बरामद किया था।

पूजा का फाइल फोटो। संवाद

पूजा का फाइल फोटो। संवाद– फोटो : UNNAO

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उन्नाव। सपा सरकार में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रहे दिवंगत फतेहबहादुर सिंह के छोटे बेटे रजोल सिंह के हाथ अनुसूचित जाति की युवती के खून से रंगे होेने का मामला सामने आते ही चुनावी सीजन में सियासी सरगर्मी बढ़ गई। शुक्रवार को पोस्टमार्टम हाउस में युवती के परिजनों ने आश्रितों को 25 लाख रुपये मुआवजा व अन्य मांगों को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। मांग पूरी न होने तक शव का अंतिम संस्कार न करने की बात पर अड़ गए। पांच घंटे की मशक्कत के बाद अफसरों ने उन्हें मनाया। जब शव जाजमऊ के चंदन घाट पर पहुंचा तो फिर परिजन बिफर गए। मुख्यमंत्री को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए। पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर प्रकरण की दुष्कर्म पीड़िता के घाट पहुंचने और परिजनों की लड़ाई लड़ने की बात कहने पर मामला और तूल पकड़ गया। सूचना पर डीएम, एसपी श्मशान घाट पहुंचे और मांगों को पूरा कराने का भरोसा दिया। तब चार घंटे बाद यानी शाम पांच बजे शव का अंतिम संस्कार शुरू हो सका।

सपा सरकार में उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव फेडरेशन के चेयरमैन रहे फतेहबहादुर सिंह के कब्बाखेड़ा स्थित दिव्यानंद आश्रम के पीछे स्थित प्लॉट में दफनाया गया शहर कोतवाली क्षेत्र के कांशीराम कॉलोनी निवासी पूजा गौतम (22) का शव पुलिस ने बरामद किया था। पुलिस ने रात में ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था, लेकिन परिजनों ने रात में पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया था। शुक्रवार की सुबह आठ बजे तीन डॉक्टरों के पैनल व वीडियोग्राफी के बीच पूजा का पोस्टमार्टम हुआ। रिपोर्ट में पूजा के सिर में दो गंभीर चोट मिलने के अलावा गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई। डॉक्टरों ने उसकी स्लाइड भी बनाई। पोस्टमार्टम के बाद पिता मुकेश व मां रीता ने बेटे को सरकारी नौकरी, पक्की मकान, 25 लाख रुपये मुआवजा व दोषियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग पूरी को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। कहा कि मांगें पूरी होने पर ही पूजा का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

एडीएम, सिटी मजिस्ट्रेट विजेता, एएसपी शशिशेखर सिंह ने परिजनों को सभी मांगे पूरी कराने का भरोसा दिलाया, लेकिन लिखित रूप से भरोसा दिए जाने की बात वह अफसर पीछे हट गए। इस पर फिर परिजन हंगामा करने लगे। इसी बीच समाजसेवी मुकेश रावत, सफीपुर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी शंकरलाल गौतम पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और डीएम को मौके पर बुलाने की मांग शुरू कर दी। पुलिस अफसरों के समझाने पर मुकेश बेटी पूजा का अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए। इसके बाद पुलिस की निगरानी में शव जाजमऊ के चंदन घाट ले जाया गया।

इसी बीच विधायक कुलदीप सिंह सेंगर प्रकरण की दुष्कर्म पीड़िता के पहले पोस्टमार्टम हाउस और फिर घाट पर पहुंचने से मामला फिर से गर्म हो गया। घाट पर मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग पर अड़े परिजनाें ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। डीएम रवींद्र कुमार व एसपी दिनेश त्रिपाठी घाट पर पहुंचे। पूजा की मां व पिता ने जमीन का पट्टा, सुरक्षा व्यवस्था व फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने समेत अन्य मांगे उनके सामने रखीं। डीएम व एसपी ने सभी मांगों को पूरी कराने का भरोसा दिया। इसके बाद शाम करीब पांच बजे अंतिम संस्कार शुरू हो सका। पिता ने लिखित मांग पत्र भी डीएम को सौंपा है। वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

यह था मामला

शहर कोतवाली क्षेत्र स्थित कांशीराम कॉलोनी निवासी मुकेश गौतम की बेटी पूजा (22) आठ दिसंबर 2021 को गायब हो गई थी। मां रीता ने पूर्व राज्यमंत्री फतेहबहादुर सिंह के छोटे बेटे अरुण कुमार सिंह उर्फ रजोल पर बेटी को अगवा करने का आरोप लगाया था। पहले पुलिस ने पूजा की गुमशुदगी दर्ज की थी। बाद में 10 जनवरी को पुलिस ने रजोल के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की थी। पूजा का पता न चलने पर आरोपी पर कार्रवाई न किए जाने से नाराज पीड़िता की मां ने लखनऊ में आत्मदाह का प्रयास किया। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपी रजोल को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। रजोल की कॉल डिटेल खंगालने के बाद पुलिस ने हरदोई के नयागांव मुबारकपुर निवासी सूरज सिंह को उठाया और पूछताछ की थी। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने गुरुवार को सपा सरकार में उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव फेडरेशन के चेयरमैन रहे फतेहबहादुर सिंह के कब्बाखेड़ा स्थित दिव्यानंद आश्रम के पीछे स्थित प्लॉट में दफनाया गया पूजा का शव बरामद किया था।

पूजा का फाइल फोटो। संवाद

पूजा का फाइल फोटो। संवाद– फोटो : UNNAO

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