प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव दोनों ही रविवार को एटा में थे। यह बात अलग है कि दोनों की सभाओं के बीच करीब 40 किमी की दूरी थी, लेकिन दोनों के आरोप-प्रत्यारोप इस कदर थे, मानो उनका आमना-सामना हो रहा हो। खासतौर से कानून व्यवस्था के मुद्दे पर दोनों ही प्रमुख नेताओं ने एक-दूसरे पर निशाना साधा। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हमने प्रदेश में मजबूत कानून व्यवस्था दी। वहीं पूर्व सीएम अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार में बहन-बेटियां तक सुरक्षित नहीं रहीं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभा के दौरान कहा कि 2017 से पहले सभी ने कानून व्यवस्था की स्थिति देखी थी। पहले दिन में भी सड़कों से गुजरने में लोग भयभीत रहते थे, अब लोग निर्भीक होकर आधी रात में भी परिवार के साथ सफर करते हैं। सपा सरकार में गुंडा और माफिया स्कूल जाने वाली बालिकाओं, बाजार जाने वाली महिलाओं पर गंदे तंज कसते थे। गुंडागर्दी भी दिखाते थे।
उन्होंने कहा कि पांच साल में गुंडों का खात्मा हुआ है। अनेक गुंडे यूपी छोड़कर भाग गए हैं। पहले बुलडोजर किसानों के प्लॉट और जमीनों पर अवैध कब्जे करने के लिए चलाए जाते थे। अब कब्जा की गई जमीन को मुक्त करने के लिए चलाए जा रहे हैं। डबल इंजन की सरकार एक हाथ से विकास की छड़ी तो दूसरे हाथ से बुलडोजर का लीवर चला रही है। जिससे माफिया ध्वस्त हो रहे हैं। यह बुलडोजर आगे भी चलता रहना चाहिए।
रामलीला मैदान में भाजपा पर सीधा वार करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि वह कानून व्यवस्था की बात करते हैं। पड़ोस के ही जिले हाथरस में बेटी के साथ शर्मनाक घटना हुई। परिवार के लोग चाहते थे कि उसका दाह संस्कार पूरे सम्मान के साथ हो। लेकिन भाजपा ने ऐसा नहीं होने दिया। कासगंज में युवक की हिरासत में मौत हुई। पूरे उत्तर प्रदेश के लोगों ने पंचायत चुनाव देखा था। चुनाव को लूटने की कोशिश हुई थी। माताओं-बहनों के कपड़े भी फाड़ दिए। भाजपाइयों ने साड़ियां खींची थीं। यह सब भाजपा की सरकार में ही हो रहा है। महिलाओं से सबसे ज्यादा उत्पीड़न उत्तर प्रदेश में ही हो रहा है।
कल्याण सिंह के सपनों को साकार करने के लिए भाजपा जरूरी : सीएम
सीएम योगी ने कहा कि एटा कल्याण सिंह की कर्मभूमि है। उनके सपनों को साकार करने के लिए भाजपा जरूरी है। उन्होंने जनता से जलेसर से संजीव दिवाकर और मारहरा से वीरेंद्र सिंह लोधी के पक्ष में मतदान की अपील की। साथ ही लोगों की पीड़ा भी उकेरी कि पिछली सरकारों में न तो बिजली दी गई और न ही सड़कें बनाई गईं। जलेसर में पिछली सरकारों में खारे पानी की समस्या का समाधान न होने का तंज कसा और हर घर नल से जल योजना के तहत शुद्ध पानी पहुंचाने का भी श्रेय लिया।
मुख्यमंत्री ने गिनाए एटा के काम
- 12 हजार दिव्यांगजनों को पेंशन
- 23700 विधवा महिलाओं को पेंशन
- 40000 वृद्धजनों को पेंशन मिल रही
- 64000 किसानों का कर्ज माफ किया
- 2.87 लाख किसानों को सम्मान निधि का लाभ
- 22200 गरीबों के मकान बनवाए
- 15 लाख लोगों को महीने में दो बार मुफ्त राशन