मेरठ की चित्रकूट कॉलोनी में रहने वाले दुष्यंत की बहन की शादी थी। इस शादी में बहन की दोस्त फरहा भी पहुंची। दुष्यंत की फरहा से मुलाकात मोहब्बत में बदल गई। लेकिन दुष्यंत को शायद इस बात का अंदाजा नहीं था कि ये मोहब्बत ही उसे मौत के रास्ते पर लेकर जा रही है। फरहा से मुलाकात के बाद से जैसे दुष्यंत की जिंदगी बदलने लगी। उसने यहां तक कि अपनी बहन और जीजा से भी रिश्ता खत्म कर लिया।
परिजनों को धक्का उस वक्त लगा जब उसने मुस्लिम धर्म के रीति-रिवाजों को मानना शुरू कर दिया। उनके धर्म के त्योहारों को मनाने लगा और सिर पर टोपी पहनना शुरू कर दिया। परिजनों को यकीन होने लगा था कि इकलौते बेटे के साथ कुछ ठीक नहीं हो रहा है। उन्होंने बेटे को खूब समझाया लेकिन वह नहीं माना। फरहा उस पर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रही थी तो दुष्यंत उसे अपने घर लाना चाहता था। लेकिन दोनों की जिद के आगे जिंदगी हार गई। धर्म परिवर्तन के दबाव में आकर आखिरकार दुष्यंत ने मौत को गले लगा लिया। मेरठ के नौचंदी थाना क्षेत्र में हुई इस घटना ने इलाके के लोगों को हिलाकर रख दिया। आगे विस्तार से पढ़ें युवक की मौत के बाद हुए कुछ और नए खुलासों के बारे में।
क्षेत्र की चित्रकूट कॉलोनी निवासी दुष्यंत उर्फ फैज (25) पुत्र स्वर्गीय संजीव चौधरी ने रविवार सुबह 4:30 बजे पंखे से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना के बाद दुष्यंत के चचेरे भाई जॉनी की तहरीर पर पत्नी फरहा, साला अमजद, ससुर हनीफ सहित अन्य लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। दुष्यंत ने दूसरे समुदाय की युवती से तीन साल पहले प्रेम विवाह किया था। परिजनों का आरोप है कि धर्म परिवर्तन कराने के दबाव में उसने यह कदम उठाया है।
दुष्यंत तंत्र-मंत्र के जाल में भी फंस गया था। फरहा से संपर्क के बाद वह गुमसुम रहने लगा था और रक्षाबंधन और भाईदूज जैसे त्योहार मनाना भी बंद कर दिया था। जो लोग उसे फरहा का साथ छोड़ने की बात करते थे तो वह उनसे नाराज हो जाता था। इस मामले में छानबीन के दौरान पुलिस की जांच में यह बात सामने आई।
नौचंदी थाना पुलिस ने मंगलवार को दुष्यंत की मां और अन्य परिजनों से पूछताछ की। वहीं, फरहा और उसके परिवार के लोग घटना वाले दिन से ही अपने घर पर ताला लगाकर फरार हैं। पुलिस टीम उनकी तलाश में जुटी है।
उसके परिजनों ने पुलिस को धर्म परिवर्तन के दबाव में खुदकुशी करने का आरोप लगाया था। पुरानी तहसील कोतवाली निवासी फरहा, उनके पिता हनीफ सहित अन्य आरोपियों पर केस दर्ज किया गया था। थाना प्रभारी उपेंद्र यादव का कहना है कि दुष्यंत का धर्मांतरण हुआ या नहीं, इस संबंध में साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। फरहा और उसके परिजनों से पूछताछ के बाद ही सही स्थिति सामने आएगी। वहीं, दुष्यंत के परिजनों के पास उनकी शादी और धर्मांतरण का कोई साक्ष्य अब तक नहीं मिला है।
आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो करेंगे आंदोलन
दुष्यंत की खुदकुशी के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग के लिए हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता पीड़ित परिजनों के साथ एसएसपी रोहित सिंह सजवाण से मिले। बुधवार को डीएम दीपक मीणा से भी परिजनों ने मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाए। यदि आरोपी नहीं पकड़े गए तो आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने मामले में धर्मांतरण की धारा भी बढ़वाने की मांग की है।