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अजगैन/नवाबगंज (उन्नाव)। लखनऊ-कानपुर हाईवे पर सोहरामऊ क्षेत्र में सड़क घेर कर खड़े खराब डंपर में लखनऊ से कानपुर की ओर जा रही उरई डिपो की बस भिड़ गई। गई। हादसे के वक्त बस में 30 यात्री थे। तेज टक्कर लगने से यात्रियों में चीख पुकार मच गई, तेज झटका लगने से सभी बस में इधर-उधर एक दूसरे पर गिर गए। इससे उन्हें चोटें आईं। बस चालक और आठ यात्रियों को ज्यादा चोट होने से नवाबगंज सीएचसी पहुंचाया गया। बाद में चालक सहित दो को जिला अस्पताल रेफर किया गाय। हादसे के चलते हाईवे पर करीब पांच घंटे तक जाम के हालात रहे।
लखनऊ आलमबाग बस स्टेशन से 34 सवारियां लेकर उरई डिपो की बस गुरुवार सुबह करीब 7:30 बजे लखनऊ-कानपुर हाईवे पर सोहरामऊ क्षेत्र चिरैया नाला के पास पहुंची थी। यहां पहले से खराब खड़े डंपर में तेज रफ्तार बस पीछे से भिड़ गई। तेज झटका लगने से यात्री एक-दूसरे पर गिर गए। किसी के सिर में तो किसी के हाथ-पैर में चोट आई। यात्रियों में चीख पुकार मच गई। हाईवे से निकल रहे अन्य वाहन सवार लोगों और ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी और घायलों को बस से निकालना शुरू किया। इसी दौरान सोहरामऊ एसओ अमित सिंह पुलिस बल के साथ पहुंचे और सीट और स्टेयरिंग के बीच फंसे कानपुर देहात के घाटमपुर निवासी बस चालक सुनील सचान को निकाला। चालक व आठ अन्य यात्रियों को ज्यादा चोट होने से नवाबंगज सीएचसी में इलाज कराया गया। बस चालक और लखनऊ के गोसाईगंज हरिहरपुर निवासी यात्री नरेश को जिला अस्पताल रेफर किया गया।
चालक के हाथ व पैर में फ्रैक्चर हुआ है। अन्य यात्रियों को दूसरी बसों से रवाना किया गया। दोनों क्षतिग्रस्त वाहन सड़क पर आड़े तिरछे होने से हाईवे पर जाम की स्थिति बन गई। पुलिस ने हाइड्रा मंगाकर दोनों वाहन हटवाकर यातायात सामान्य कराया। दोपहर 12 बजे के बाद हाईवे पर लखनऊ से कानपुर जाने वाली लेन पर जाम के हालात बने रहे एसओ ने बताया कि अभी कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
कानपुर देहात जिले के घाटमपुर निवासी चालक सुनील सचान (42), बारासगवर निवासी परिचालक प्रमोद (30), कानपुर नगर के कल्याणपुर के अशोक नगर निवासी गंगासेवक शुक्ला (51), लखनऊ के गोसाईंगंज हरिहरपुर निवासी नरेश सिंह (55), अलवर जिले के जिंदपुर मुस्तफाबाद निवासी गोविंद लाल (40), गोरखपुर रामगढ़ निवासी लालचंद्र (28), कायमगंज पट्टी निवासी सुमित गंगवार (23), जालौन के अजित (28) और 25 वर्षीय आरती।
हादसे के बाद अफरा तफरी के बीच क्षतिग्रस्त वाहनों को हटाने के लिए कॉन्ट्रेक्ट एजेंसी कृष्णा कंस्ट्रक्शन के रेस्क्यू वाहन क्रेन, हाइड्रा और एंबुलेंस में डीजल न होने वह मौके पर नहीं पहुंच सके। चालकों ने डीजल न होने की बात कहकर घटना स्थल जाने से इनकार कर दिया। जाम और हालात बिगड़ते देख किसी ने एसडीएम हसनगंज अंकित शुक्ला को सूचना दी। एसडीएम ने टोल प्लाजा प्रबंधन को निर्देश दिए। टोल प्लाजा मैनेजर एएस चौहान ने आनन फानन पुरानी कॉन्ट्रेक्ट कंपनी (जिसका बुधवार रात 12 बजे से टेंडर खत्म हो चुका था) उसके प्रबंधन से बात करके रेस्क्यू वाहनों को मौके पर भेजा। टोल प्लाजा मैनेजर ने बताया कि पीएनसी का कॉन्ट्रेक्ट खत्म हो चुका है। नया ठेका कृष्णा कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिला है।
एनएचएआई के परियोजना निदेशक सौरभ चौरसिया ने बताया कि रेस्क्यू वाहनों में डीजल न होने की जानकारी मिली है। टोल में तैनात आरपीओ (रूट पेट्रोलिंग ऑफिसर) से जानकारी की गई है। बताया कि एजेंसी ने लोकल की एक एजेंसी को जिम्मेदारी दे रखी है। कंपनी की ओर से नोटिस दिया गया है। जल्द ही दूसरी कंपनी को जिम्मेदारी दी जाएगी। नई कांट्रेक्ट एजेंसी के अधिकारियों से बैठक की जाएगी। व्यवस्थाओं में सुधार कराया जाएगा।
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