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होली
– फोटो : amar ujala
विस्तार
महाशिवरात्रि का त्योहार सकुशल होने के बाद पुलिस अब होली की तैयारियों में जुट गई है। पुराने रिकार्ड खंगाले जा रहे हैं। साथ में इस वर्ष के ऐसे विवादों को चिह्नित किया जा रहा है। जिनकी वजह से होलिका दहन के दिन कोई विवाद न पनप जाए। साथ में पुराने व नए रिकार्ड के अनुसार होलिका दहन स्थलों को चिह्नित करने व खुराफातियों को पाबंद करने की प्रक्रिया भी शुरू होने जा रही है।
अलीगढ़ में होली का त्योहार पिछले कुछ वर्षों से शांतिपूर्वक ढंग से मनाया जा रहा है। चूंकि शहर बेहद संवेदनशील श्रेणी में है और देहात क्षेत्रों में रंजिशें ऐसे मौके पर उभर आती हैं। इसे लेकर पुलिस के स्तर से महाशिवरात्रि के बाद होली की तैयारी शुरू कर दी है। अभी से सभी तरह के विवादों पर नजर रखी जा रही है। कहीं कोई विवाद फसाद का कारण न बने, इस बात का ध्यान रखा जा रहा है। साथ में पुराने व नए विवादों को जोड़कर संवेदनशील व अतिसंवेदनशील श्रेणी के होलिका दहन स्थल चयनित करने की तैयारी है।
साथ में यह भी देखा जा रहा है कि जिले में कहीं किसी होलिका दहन स्थल को लेकर विवाद तो नहीं है। इस विषय में एसएसपी कलानिधि नैथानी इतना ही बताते हैं कि होली को लेकर शांति समिति की बैठकें शुरू करा दी गई हैं। साथ में विवादों पर भी नजर व पाबंद आदि की कार्रवाई शुरू करा दी गई है।
पिछले वर्ष ये थे होलिका दहन स्थल
- 2770 स्थानों पर जिले भर में होली स्थल
- 224 देहात क्षेत्र में होलिका दहन स्थल
- 546 स्थानों पर शहर में जलेगी होली
- 67 से अधिक अतिसंवेदनशील स्थल
- 110 संवेदनशील होलिका स्थल भी
- 690 सामान्य श्रेणी के होलिका स्थल
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