[ad_1]
बंच कंडक्टर लाइन जर्जर हालत में
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
सालों से जर्जर लाइनों के चलते बिजली संकट का दंश झेल रहे शहरवासियों को गर्मियों में पर्याप्त बिजली मिलेगी। शहर में 165 किलोमीटर आर्म्ड केबल डाली जाएगी। साथ ही 65 किमी बंच कंडक्टर लाइन डाली जाएगी। अप्रैल से नई लाइन का काम शुरू होगा। कार्यदायी संस्था ने शहर में जर्जर लाइनों का सर्वे शुरू कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि शहर में आधा दर्जन बिजलीघरों के जरिए 33 हजार लोगों को बिजली की आपूर्ति की जाती है। करीब दस साल पहले आरएपीडीआरपी योजना के तहत बंच कंडक्टर लाइन डाली गई थी। यह लाइन वर्तमान में काफी जर्जर हालत में है। इस कारण लोगों के कभी दिन में कभी रात में बिजली संकट का सामना करना पड़ता है।
अब शासन स्तर से लागू की गई रिवेम्प स्कीम धरातल पर उतरती नजर आ रही है। रिवेंम्प स्कीम के तहत पहले चरण में शहर में लाइनों को बदलने का काम होगा। अप्रैल के पहले सप्ताह में सर्वे का काम पूरा होने के बाद लाइन बदलने का काम शुरू होगा। इस मामले में अधिशासी अभियंता अभिषेक सिंह का कहना है कि लाइन बदलने के लिए सर्वे करने के लिए कार्यदायी संस्था ने शुरुआत कर दी है। अप्रैल के पहले सप्ताह में शहर में लाइन बदलने का काम शुरू होगा।
बातचीत
जर्जर लाइनों के चलते आए बिजली संकट का सामना करना पड़ता है। यदि गर्मियों से पहले लाइन सही हो जाए तो काफी राहत मिलेगी। – राकेश वार्ष्णेय, उपभोक्ता
एक तरफ शासन स्तर से पर्याप्त बिजली आपूर्ति के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। वहीं यहां बिजली विभाग द्वारा खानापूर्ति की जा रही है। – अविनाश उपभोक्ता
बिजली आज के समय में जरूरी हो गई है। इसके बाद भी बिजली व्यवस्था में सुधार नहीं है। कभी रात में कभी दिन में बिजली गुल होना आम बात हो गई है। – सुधीर कुमार, उपभोक्ता
बिजली व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। लाइनें जर्जर हालत में जगह जगह झूल रहीं हैं। जरा सा लोड पड़ने पर बिजली की लाइनों में फॉल्ट होते हैं। – मुकेश कुमार, उपभोक्ता
[ad_2]
Source link