Unnao News: गम और गुस्से के बीच किशोरी के शव का अंतिम संस्कार

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परियर (उन्नाव)। सामूहिक दुष्कर्म के बाद अनुसूचित जाति की किशोरी की हत्या की घटना में शुक्रवार देर रात पिता दुबई से घर पहुंचा। बेटी का शव और पत्नी व बच्चों की हालत देख वह बिलख पड़ा। आरोपियों की गिरफ्तारी न होने तक शव का अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया। इससे पुलिस के हाथपांव फूल गए। रात में ही परिजनों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन बात नहीं बनी। शनिवार सुबह एएसपी, एसडीएम व अन्य अधिकारी पहुंचे और मृतका के पिता, चाचा व भाई से अकेले में बात की। अधिकारियों ने हत्यारोपी के हिरासत में होने का प्रमाण दिखा कर कड़ी सजा दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजन शांत हुए और दोपहर बाद शव का खेत में अंतिम संस्कार किया।

सफीपुर कोतवाली के एक गांव निवासी कक्षा नौ की छात्रा (15) का बुधवार रात दो बजे घर से करीब सात सौ मीटर शराब ठेके के पास क्षत-विक्षत शव मिला था। गांव में शव मिलने के बाद भी ग्राम प्रधान व अन्य ग्रामीणों को सूचना या शिनाख्त कराए बिना ही पुलिस द्वारा रात में ही अज्ञात में शव को पोस्टमार्टम हाउस में रखवाने से गुरुवार को सुबह आक्रोश फैल गया। गुुरुवार को शव का पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद, पिता के दुबई से लौटने के इंतजार में शव का अंतिम संस्कार नहीं किया। शुक्रवार रात पिता लौटे तो बेटी का शव देख बिलख पड़ा और हत्यारों की गिरफ्तारी न होने तक अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया।

सीओ ऋषिकांत शुक्ला ने जल्द घटना का खुलासा करने का आश्वासन दिया लेकिन वह नहीं माना। शुक्रवार सुबह एएसपी शशि शेखर, एसडीएम नूपुर गोयल, तहसीलदार विराग करवरिया और तीन थानों का फोर्स पहुंचा। एएसपी और एसडीएम ने मृतका के पिता, चाचा और भाई पुलिस चौकी में दो घंटे तक समझाया। उन्होंने ने एक हत्यारोपी की गिरफ्तारी का प्रमाण भी दिखाया। इसपर वह अंतिम संस्कार के लिए माने। दोपहर दो बजे घर से एक किमी दूर पैतृक खेत में मृतका की दादी और बाबा की कब्र (समाधि स्थल) के पास ही बेटी के शव को दफनाया गया। एएसपी शशि शेखर ने बताया कि घटना का जल्द ही खुलासा किया जाएगा।

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खेत में जिस स्थान पर पहले मृतका के बाबा और दादी का अंतिम संस्कार किया गया था वहीं पास में उनकी पौत्री के शव का भी अंतिम संस्कार किया गया। बेटी का शव दफन करते पिता कांप गया। बोला जहां पहले मुझे जाना था, हत्यारों ने मेरी को बेटी को पहुंचा दिया। पुलिस से सख्त से सख्त सजा के साथ बेटी को न्याय दिलवाने की मांग की। रोती-बिलखती मां भी बेटी की अंतिम यात्रा में शामिल हुई।

इकलौती बेटी सभी की दुलारी थी। पढ़ाई में तेज होने से माता पिता और भाई उसे अधिकारी बनाना चाहते थे। लेकिन उन्हें क्या पता था जिसे वह इतने नाजों से पाल रहे हैं उसे हत्यारोपी जिंदगी के सफर से बीच में ही हमेशा के लिए जुदा कर देंगे।

घटना का कवरेज कर रहे पत्रकारों ने फतेहपुर थानाध्यक्ष पर अभद्रता का आरोप लगाया। एएसपी से इसकी लिखित शिकायत की। कहा कि उन्होंंने बिना किसी कारण पत्रकारों को कवरेज करने से रोका है। एएसपी ने जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिलाया।

घटना के खुलासे के लिए पुलिस ने वैसे तो तीन युवकों को उठाया है। लेकिन अभी उनमें से एक के आरोपी होने की बात कह रही है। जांच के बाद अन्य आरोपियों की बात कही जा रही है। पुलिस जल्द घटना के खुलासे के की बात कह रही है।

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