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गोरखपुर तिहरा हत्याकांड।
– फोटो : अमर उजाला।
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गोरखपुर जिले के सहबाजगंज में पति और सौतेले बेटों की हत्या में जेल गई नीलम के अलावा किसी और के शामिल होने के साक्ष्य नहीं मिले। मोबाइल फोन नंबर की जांच के बाद साफ हो गया कि हत्या वाली रात आठ बजे उसने सिर्फ मायके में बातचीत की थी। साक्ष्य न मिलने पर पुलिस अब फाइल बंद करने की तैयारी में है।
हालांकि, परिजन अब भी तीन मोबाइल फोन होने का दावा कर रहे हैं, लेकिन नंबर की जानकारी नहीं दे पा रहे हैं। पुलिस ने साफ कर दिया है कि अगर परिजन कोई नंबर देंगे तभी जांच होगी। घटना का पर्दाफाश हो चुका है।
जानकारी के मुताबिक, चाट विक्रेता अवधेश गुप्ता और उसके बेटे अरव व आर्यन की हत्या में दूसरी पत्नी नीलम को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस का दावा है कि नीलम ने ही बेटी पर गलत नजर रखने की वजह से अवधेश की हत्या की और फिर संपत्ति के लालच में सौतेले बेटों को भी मार डाला।
पुलिस ने घटना का पर्दाफाश कर आरोपी नीलम को जेल भिजवा दिया, लेकिन परिवार के सवाल उठाने के बाद पुलिस ने बारीकी से जांच को जारी रखा। नीलम की बेटी से दोबारा पूछताछ करने के साथ ही मोबाइल फोन नंबर के सीडीआर से जांच की गई। जांच के आधार पर पुलिस का दावा है कि इसमें कोई अन्य शामिल नहीं था।
परिजन बोले, नीलम के पास थे तीन फोन
पुलिस घटना की फाइल को बंद करने की तैयारी में है, लेकिन परिजन अब भी यह मानने को तैयार नहीं हैं कि अकेले नीलम ने ही तीनों हत्या की थी। उनका कहना है कि नीलम तीन मोबाइल फोन इस्तेमाल करती थी। जबकि पुलिस ने महज एक मोबाइल फोन बरामद किया है। परिजनों का कहना है कि नीलम के घर अनजान लोगों का आना जाना लगा रहता था।
एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने कहा कि पुलिस हत्या का पर्दाफाश कर आरोपी महिला को जेल भिजवा चुकी है। परिजनों के आरोप के आधार पर जांच जारी रखा गया, लेकिन सीडीआर और अन्य जांच स्रोतों से किसी अन्य के शामिल होने के कोई भी प्रमाण नहीं मिले हैं।
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