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संवाद न्यूज एजेंसी, उन्नाव
Updated Sat, 11 Mar 2023 12:28 AM IST
बेहटा मुजावर। बंदीखेड़ा गांव में दो दिन पहले हुई किसान की हत्या में शुक्रवार को परिजनों ने आरोपियों को जेल न भेजे जाने तक शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। पुलिस ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। पांच आरोपियों में एक पहले से जेल में है। पुलिस ने एक आरोपी का गिरफ्तार जेल भेज दिया और दूसरा आरोपी नाबालिग होने उसे बाल सुधार गृह भेजा दिया। हत्यारोपी घायल मां-बेटी का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बेहटा मुजावर थानाक्षेत्र के गांव बंदीखेड़ा निवासी रामसागर(40) की बुधवार को मकान के कब्जे के विवाद में पड़ोस में रहने वाले कैलाश ने बेटे निखिल, कपिल, बेटी कोमल और पत्नी सीमा के साथ मिलकर लाठी-डंडों से वार करने के साथ धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। रामसागर के साथ रहा उसका साथी भगवान शंकर घायल हो गया था। मारपीट में आरोपी पक्ष के भी तीन लोग घायल हुए थे। उनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसके भाई अमर सिंह ने दंपती और उसके तीन बच्चों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने हत्यारोपियों में कैलाश को गुरुवार को जेल भेज दिया था। शेष चार आरोपी अभी बाहर थे। गुरुवार शाम को पोस्टमार्टम के बाद शव गांव पहुंचा। शुक्रवार सुबह परिजनों ने शेष आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर अड़ गए। कहा कि जब तक वह गिरफ्तार नहीं होते शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। इस पर पुलिस हरकत में आई और आरोपी कपिल को शुक्रवार को जेल भेज दिया गया। तीसरे आरोपी के नाबालिग होने से उसे बाल सुधार गृह भेजा गया। गिरफ्तारी की पुष्टि होने के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया। थानाध्यक्ष रमेशचंद्र साहनी ने बताया कि दो नामजद आरोपियों जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। ठीक होने पर जेल भेजा जाएगा।
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