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H3N2 Virus
– फोटो : Istock
विस्तार
कोरोना का संक्रमण कम होने के बाद अब लोग इन्फ्लूएंजा एच3एन2 वायरस से परेशान हैं। इसके लक्षण भी कोरोना से मिलते जुलते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक कोविड प्रोटोकॉल का सही तरीके से अगर पालन किया जाए तो इसके संक्रमण से बचा जा सकता है। अस्पतालों की ओपीडी में सर्दी, खांसी, बुखार की समस्या लेकर आने वाले मरीजों को प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह भी दी जा रही है।
सोनभद्र में इस नए वायरस की चपेट में तीन लोगों के आने के बाद वाराणसी समेत पूर्वांचल के अन्य जिलों में भी सतर्कता बरती जा रही हैं। डॉक्टरों का कहना है कि मौसम बदल रहा है, ऐसे में सेहत के प्रति अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। इन दिनों अस्पतालों में मौसमी बीमारियों से ग्रसित मरीज अधिक आ रहे हैं। नए इन्फ्लूएंजा के लक्षण भी इससे मिलते जुलते हैं।
इसमें बच्चों में पेट संबंधी बीमारियां, सर्दी, खांसी, बुखार के साथ ही पहले से बीमार बुजुर्गों में सांस लेने में तकलीफ, थकान भी देखने को मिल रही है। ऐसे लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा जा रहा है।
ये हैं वायरस के लक्षण
नाक बहना, शरीर में दर्द, खांसी, गले में खरास, सिरदर्द, ठंड लगना, थकान, सांस फूलना, उल्टी, दस्त, बुखार
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