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अचलगंज। आलू खरीद के लिए उद्यान विभाग के कर्मी दूसरे दिन भी किसानों का इंतजार करते रहे। हालांकि एक भी किसान आलू बेचने नहीं पहुंचा।
खुले बाजार से सरकारी रेट में अधिक अंतर होने के कारण किसान अच्छा आलू बेचने को तैयार नहीं है। सरकार ने साढ़े छह सौ रुपये प्रति क्विंटल आलू का भाव निर्धारित किया है, जबकि कोल्ड स्टोरेज में रखने योग्य आलू आज भी आठ सौ से नौ सौ रुपये प्रति कुंतल बिक रहा है। बिछिया ब्लॉक के मुगलपुर स्थित दीक्षित एग्रोटेक कोल्ड स्टोरेज में जनपद के अकेला आलू खरीद केंद्र बनाया गया है। यहां पर तैनात प्रभारी सुशील कुमार ने बताया कि पुखराज, वन डबल सिक्स, एस वन आदि प्रजाति की आलू भंडारण के लिए उपयुक्त नहीं होती। इसकी बाजारी कीमत पांच से लेकर छह सौ रुपये प्रति क्विंटल है लेकिन खरीद के मानकों के कारण इसे नहीं खरीदना है। अधिकांश किसान यही आलू बेचने की बात कह रहे हैं। मना करने पर केंद्र नहीं आ रहे हैं।
जगजीवनपुर के किसान जालिपा लोधी ने बताया कि बुवाई के समय बीज महंगा था। बाकी लागत भी बीस से पच्चीस हजार रुपये प्रति बीघा आ रही है। सरकार ने साढ़े छह सौ रुपये प्रति क्विंटल का रेट रखा है जो उत्पादित आलू की लागत के बराबर भी नहीं है। ऐसे में कोई सरकारी रेट पर आलू काहे बेचेगा।
कुर्मापुर के किसान शैलेंद्र शुक्ल ने बताया कि तीन बीघे में चिप्सोना आलू लगाया था। इसमें से आधा स्टोर कर दिया है। शेष नौ सौ रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बेच दिया है। महंगा बीज खाद और मजदूरी होने के कारण इस बार बचत न के बराबर हुई है।
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