नई दिल्ली: आज 5 अगस्त को देशभर में चर्चा का माहौल है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की संसदीय दल की महत्वपूर्ण बैठक को संबोधित करेंगे। संसद का मानसून सत्र चल रहा है, और इस बैठक पर सभी की नजरें टिकी हैं, क्योंकि माना जा रहा है कि इसमें कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। यह बैठक लंबे समय बाद हो रही है, जिसमें सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसद हिस्सा लेंगे।
एनडीए की इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। साथ ही, भारतीय सेना के पराक्रम और पाकिस्तान की साजिशों को उजागर करने के लिए भेजे गए प्रतिनिधिमंडल पर भी प्रस्ताव पेश किया जाएगा। यह बैठक संसद के मानसून सत्र में गतिरोध के बीच हो रही है, जो पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर दो दिन की बहस को छोड़कर काफी हद तक बाधित रहा है। विपक्ष ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण (एसआईआर) का विरोध करते हुए कार्यवाही में रुकावट डाली है।
यह बैठक उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से पहले हो रही है, जो 7 अगस्त से प्रारंभ होगी। एनडीए के पास निर्वाचक मंडल में बहुमत होने के कारण, यदि चुनाव होता है, तो 9 सितंबर को होने वाले मतदान में उसके उम्मीदवार की जीत की प्रबल संभावना है। सूत्रों के मुताबिक, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को अंतिम रूप देने के लिए सहयोगी दलों के साथ चर्चा कर सकते हैं।
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात के बाद यह चर्चा जोरों पर है कि जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जा सकता है। सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे पर खूब बात हो रही है। हालांकि, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ऐसी संभावनाओं को खारिज करते हुए सोशल मीडिया पर अपनी बात रखी है।