कहीं-कहीं मॉनसून की बारिश अब लोगों के लिए आफत बन चुकी है। मानसून के कहर के मध्य मुम्बई से दिल दहला देने वाली एक घटना सामने आई है। उसी आफत का शिकार एक मां हो गई। मां के दिल का टुकड़ा उसके सामने ही नाले में बह गया। मां चीखती रही चिल्लाती रही लेकिन मासूम का शव भी उसे देखने को नसीब नहीं हुआ।
मौसम विभाग द्वारा मुंबई, ठाणे और आसपास के इलाकों में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस कारण सडकों पर जलभराव की समस्या से लोगों को जूझना पड रहा है। इसका असर ये हो रहा है कि रास्तों पर लंबा जाम देखने को मिल रहा है और मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली लोकल की कई ट्रेनें ठप्प पड चुकी हैं।
गुरुवार के दिन लोकल ट्रेन की पटरियों पर पानी भर जाने के कारण लोकल सेवा कई घंटों के लिए बन्द कर दी गई। ऐसे में भिवंडी की 28 वर्षीय रूषिका पोगुल अपने पिता और 6 महीने की बच्ची के साथ अंबरनाथ स्टेशन पर लोकल ट्रेन में मौजूद थी। यहां हो रही तेज बारिश के कारण ट्रेन 2 घंटे रुकी थी। ऐसे में काफी यात्री पैदल कल्याण की तरफ जाने लगे। उन्हें पैदल जाता देख रुषिका पोगुल ने भी पटरी से उतरकर पैदल चलना शुरू कर दिया।
इस बीच पास ही स्थित नाले के किनारे महिला का पैर फिसल गया और वो गिर गई। इस दौरान उसने अपनी गोद में ली हुई बच्ची को पिता को थमाया। इस दौरान जब रुषिका के पिता उसे हाथ देकर निकालने का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान बच्ची अपने नाना की गोद से फिसल गई और नाले में जा गिरी। इतना होते ही मां अपना होश खो बैठी और चीखने-चिल्लाने लगी। ट्रेन में मौजूद बाकी लोग भी वहां नीचे उतर आए। जब उन्होंने पूछताछ की तो उन्हें पता चला कि 6 महीने की मासूम बच्ची फिसलने के कारण नाले में गिर गई है।
इस मामले की सूचना फिर जीआरपी को दी गई। जीआरपी के साथ डोंबिवली पुलिस ने सर्च अभियान शुरू किया। इसके बाद एनडीआरएफ से मदद मांगी गई। ऐसे में अंधेरा होने के कारण सर्च ऑपरेशन को रात 8 बजे तक के लिए रोक दिया गया। शुक्रवार को जब दोबारा सर्च अभियान शुरू किया गया तो तलाशी में कुछ सुराग नहीं मिला। हादसे को हुए कई घंटे बीत चुके हैं लेकिन अबतक किसी के हाथ कुछ नहीं लगा है। मासूम बच्ची की मां को अब भी अपनी बेटी का इंतजार है।