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आगरा के एसएसपी का पेशकार बनकर दुष्कर्म के मुकदमे से नाम निकलवाने के लिए 20 लाख रुपये की वसूली करने के मामले में एक आरोपी को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी मुख्य आरोपी का पिता है। उस पर भी रकम लेने में शामिल रहने का आरोप है। अभी चार आरोपी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगी है।
निबोहरा के पछाह गांव निवासी रमेश तोमर के खिलाफ पिछले महीने एत्मादपुर की एक महिला ने दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। रमेश के भाई मुकेश ने आरोप गलत बताया। कहा कि गांव के मनोज तिवारी ने मुकदमा समाप्त कराने के लिए कहा। एक व्यक्ति से मिलवाया। उसे एसएसपी का पेशकार बताया। उसने मुकदमा खत्म कराने के लिए 20 लाख रुपये की मांग की।
सिकंदरा क्षेत्र में दी गई थी रकम
मुकेश ने रुपयों का इंतजाम किया। रकम दे दी। यह रकम सिकंदरा क्षेत्र में दी गई। मगर, मुकदमा खत्म नहीं हो सका। पीड़ित ने मामले की शिकायत एसएसपी सुधीर कुमार सिंह से की। एसएसपी के आदेश पर थाना सिकंदरा में धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया। इसमें मनोज तिवारी, उसके पिता हरिशंकर, चाचा सुरेश, पंचगाई खेड़ा निवासी रघुनाथ शर्मा और सूर्यकांत को नामजद किया गया था।
दो दिन पहले एसएसपी ने आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी के लिए थाना सिकंदरा पुलिस को निर्देशित किया था। थाना सिकंदरा के प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार शाही ने बताया कि हरिशंकर को गिरफ्तार कर लिया गया। उससे पूछताछ की गई है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम को लगाया गया है।
आरोप : थाने में दरोगा ने समझौते का डाला दबाव
पीड़ित मुकेश का आरोप है कि सोमवार को एक दरोगा ने फोन करके थाने बुलाया। थाने में आरोपी पक्ष के लोग पहले से बैठे हुए थे। उन्होंने कहा कि दुष्कर्म का मुकदमा खत्म हो जाएगा। रुपये भी वापस करा देंगे। इसके लिए आरोपी पक्ष पांच दिन का समय मांग रहा है। हरिशंकर को छोड़ने के लिए लिखकर देने के लिए कहने लगा।
उन्होंने मना कर दिया। इस पर दरोगा ने कई बार समझौते का दबाव बनाया। अब मुकेश इस संबंध में बुधवार को एसएसपी से शिकायत करने की बात कर रहे हैं। सीओ हरीपर्वत सत्य नरायन ने बताया कि अगर पीड़ित इस संबंध में शिकायत करेगा तो मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
विस्तार
आगरा के एसएसपी का पेशकार बनकर दुष्कर्म के मुकदमे से नाम निकलवाने के लिए 20 लाख रुपये की वसूली करने के मामले में एक आरोपी को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी मुख्य आरोपी का पिता है। उस पर भी रकम लेने में शामिल रहने का आरोप है। अभी चार आरोपी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगी है।
निबोहरा के पछाह गांव निवासी रमेश तोमर के खिलाफ पिछले महीने एत्मादपुर की एक महिला ने दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। रमेश के भाई मुकेश ने आरोप गलत बताया। कहा कि गांव के मनोज तिवारी ने मुकदमा समाप्त कराने के लिए कहा। एक व्यक्ति से मिलवाया। उसे एसएसपी का पेशकार बताया। उसने मुकदमा खत्म कराने के लिए 20 लाख रुपये की मांग की।
सिकंदरा क्षेत्र में दी गई थी रकम
मुकेश ने रुपयों का इंतजाम किया। रकम दे दी। यह रकम सिकंदरा क्षेत्र में दी गई। मगर, मुकदमा खत्म नहीं हो सका। पीड़ित ने मामले की शिकायत एसएसपी सुधीर कुमार सिंह से की। एसएसपी के आदेश पर थाना सिकंदरा में धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया। इसमें मनोज तिवारी, उसके पिता हरिशंकर, चाचा सुरेश, पंचगाई खेड़ा निवासी रघुनाथ शर्मा और सूर्यकांत को नामजद किया गया था।
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