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आगरा के एक कोचिंग सेंटर संचालक ने बीएड कराने के नाम पर 4.50 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली। इसके बाद फर्जी अंकतालिका थमा दीं। पीड़ित को अंकतालिका फर्जी होने का पता चला तो संचालक से रुपये वापस मांगे। इस पर आरोपी अपना घर बेचकर चला गया। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। सोमवार को आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
एसपी सिटी विकास कुमार के मुताबिक, सुभाष नगर गली नंबर एक के रहने वाले रामकिशन सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। उन्होंने पुलिस से शिकायत की थी। उनके पड़ोस के मोहल्ले कला कुंज में जितेंद्र कुमार पांडेय रहता था। वह घर में ही सुपर कोचिंग सेंटर चला रहा था। रामकिशन जितेंद्र के पास वर्ष 2010-11 में बेटे की कोचिंग को लेकर बात करने गए थे।
आरोप है कि जितेंद्र ने बताया कि वह बीएड में भी प्रवेश दिला देता है। उसकी मथुरा के अल्पसंख्यक कालेजों में अच्छी पहचान है। प्रत्येक आवेदक के 1.50 लाख रुपये देने होंगे। सिर्फ परीक्षा देने ही जाना होगा। इस पर रामकिशन ने अपनी दो बेटियों और दामाद को बीएड कराने के लिए बात की। इसके लिए 4.50 लाख रुपये दे दिए। मगर, परीक्षा निकलने के बाद भी जितेंद्र ने उनकी परीक्षा नहीं कराई।
रुपये मांगने पर घर बेचकर हुआ फरार
इस पर रामकिशन ने जितेंद्र से कहा। उसने कुछ दिन बाद तीनों के नाम की अंकतालिका लाकर दे दी। उन्हें अंकतालिका फर्जी होने का पता चला। इस पर उससे रकम वापस मांगी। मगर, वो हर बार टालमटोल कर देता। बाद में उसने अपना मकान बदल दिया। वह दहतोरा में अंसल कोर्टयार्ड के पास रहने लगा। आवास विकास कालोनी के सेक्टर 13 में कोचिंग खोल ली।
पीड़ित ने 30 मार्च को थाना जगदीशपुरा में धोखाधड़ी और धन हड़पने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने मामले की जांच की। फर्जी निकलीं। इस पर मुकदमे में कूटरचित दस्तावेज तैयार करने की धारा की वृद्धि की गई। सोमवार आरोपी जितेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया।
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