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मौत से जंग लड़ने के बाद अपने हौंसलों के बूते एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय पैरा निशानेबाज सोनिया शर्मा वर्ल्ड चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने का जुनून लेकर शूटिंग रेंज में उतरी हैं। हर रोज चार से पांच घंटे अभ्यास कर रही हैं। 10 मीटर एयर पिस्टल में अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज सोनिया शर्मा की मां जनक शर्मा बेटी के बढ़तों कदमों को मजबूती देने का काम करती हैं। शूटिंग रेंज के लिए निकलने से पहले डाइट तैयार कर देती हैं।
एकाग्रता है ताकत: कोच विक्रांत
संकल्प शूटिंग एकेडमी, दयालबाग में निशानेबाजी की बारीकियां सिखाने वाले सोनिया के कोच विक्रांत सिंह का कहना है कि निशाने लगाते समय सोनिया की एकाग्रता उन्हें दूसरे खिलाड़ियों से अलग करती है। अपनी इसी खासियत के लिए सोनिया अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीत चुकी हैं। वे बताते हैं कि निशाने में एकाग्रता बनाए रखने के लिए सोनिया ने फिर से हर रोज तीन घंटे अभ्यास करना शुरू कर दिया है।
फिर वर्ल्ड कप खेलना मेरा लक्ष्य: सोनिया
मेरा मकसद देश के लिए ज्यादा से ज्यादा पदक लाना है। सांप के डसने के कारण कुछ महीने तक रेंज से बाहर रहना पड़ा था। मार्च में फिर अभ्यास करना शुरू किया। घटना से उबरने के बाद अब अभ्यास पर पूरा ध्यान दे पा रही हूं। मुझे उम्मीद है कि इस बार भी मैं वर्ल्ड कप खेलूंगी।
निशानेबाज सोनिया की उपलब्धियां
- सन 2017 मे वर्ल्ड कप निशानेबाजी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता।
- सन 2017 में नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में रजत पदक जीता।
जीता कांस्य पदक
- सन 2019 में नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता।
- सन 2018 में पैरा नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में रजत पदक प्राप्त किया।
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