आगरा के खंदौली में छेड़छाड़ पीड़ित महिला के फंदे से लटककर आत्महत्या करने के मामले में लापरवाही बरतने वाले दरोगा अर्जुन सिंह को सोमवार को पुलिस कमिश्नर ने निलंबित कर दिया। इधर, सोमवार को भी तमाम नेताओं व संगठनों के लोगों ने पीड़ित परिवार के लोगों से मुलाकात की। इस दौरान मृतका के पति ने कहा की सभी लोग आश्वासन देकर चले जा रहे हैं। घटना को पांच दिन बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस अभी तक फरार आरोपियों को गिरफ्तार तक नहीं कर सकी है। कहा कि जल्द आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह आत्महत्या कर लेगा। जिसका जिम्मेदार पुलिस प्रशासन होगा।
पीड़ित परिवार से मिले केंद्रीय राज्यमंत्री
सोमवार को कानून राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल पार्टी के कार्यकर्ता मुकेश गुप्ता, राजू प्रधान खंदौली, प्रमोद उपाध्याय, उमा शंकर पचौरी, आनंद शर्मा, आदि लोग पीड़ित परिवार से मिले। कानून राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल ने घटना की निंदा की। कहा कि अगर खंदौली पुलिस समय रहते कार्रवाई करती तो आज यह मामला न होता।
उन्होंने मौके पर ही थाने पर तैनात दरोगा प्रदीप सिंह से पूछा कि आरोपियों की गिरफ्तारी में देरी क्यों हो रही है। आरोपियों के घरो को कुर्क किया जाना चाहिए। कहा कि सिर्फ दरोगा की ही लापरवाही नहीं है, अभी जांच चल रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। उन्होंने बच्चे की परवरिश के लिए विवेकाधीन कोष से मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया है।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य भी पहुंचे
पूर्व जिला पंचायत सदस्य राकेश बघेल ने भी विपिन शर्मा आदि लोगों के साथ पीड़ित परिवार से मुलाकात की। राकेश बघेल ने कहा कि बहन-बेटियां किसी भी समाज की हों, अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कही।
कांग्रेस नेता ने कहा- और भी लोग हैं जिम्मेदार
कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित ने कहा कि इस प्रकरण में अकेला दरोगा ही जिम्मेदार नहीं हैं। और भी कई लोग जिम्मेदार हैं। उनके खिलाफ भी कार्रवाई होने चाहिए। तीन टीमें लगी होने के बावजूद अभी तक मुख्य आरोपी संदीप के अलावा किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। संदीप को ग्रामीणों ने खुद पकड़ कर पुलिस के हवाले किया था। इससे बड़ी लापरवाही और क्या हो सकती है। ग्रामीणों ने थाना प्रभारी के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है। वहीं घटना के पांचवें दिन भी गांव में तनाव बना हुआ है। बस्ती में महिलाएं और बच्चे ही दिखाई दे रहे हैं।
महिला ने घर में फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली थी। परिजन ने गांव के ही युवक पर छेड़छाड़ और मारपीट का आरोप लगाया था। आरोप है कि थाने पर शिकायत करने पर दरोगा अर्जुन सिंह ने कोई सुनवाई नहीं की थी। उल्टा पीड़िता पर ही आरोप लगा कर थाने से भगा दिया था, जिससे आहत होकर पीड़िता ने आत्महत्या कर ली थी। मामले में दरोगा को लाइन हाजिर कर आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर किया था शनिवार को पुलिस ने मैन आरोपी संदीप को गिरप्तार कर जेल भेज दिया था।
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आगरा के खंदौली में छेड़छाड़ पीड़ित महिला के फंदे से लटककर आत्महत्या करने के मामले में लापरवाही बरतने वाले दरोगा अर्जुन सिंह को सोमवार को पुलिस कमिश्नर ने निलंबित कर दिया। इधर, सोमवार को भी तमाम नेताओं व संगठनों के लोगों ने पीड़ित परिवार के लोगों से मुलाकात की। इस दौरान मृतका के पति ने कहा की सभी लोग आश्वासन देकर चले जा रहे हैं। घटना को पांच दिन बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस अभी तक फरार आरोपियों को गिरफ्तार तक नहीं कर सकी है। कहा कि जल्द आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह आत्महत्या कर लेगा। जिसका जिम्मेदार पुलिस प्रशासन होगा।
पीड़ित परिवार से मिले केंद्रीय राज्यमंत्री
सोमवार को कानून राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल पार्टी के कार्यकर्ता मुकेश गुप्ता, राजू प्रधान खंदौली, प्रमोद उपाध्याय, उमा शंकर पचौरी, आनंद शर्मा, आदि लोग पीड़ित परिवार से मिले। कानून राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल ने घटना की निंदा की। कहा कि अगर खंदौली पुलिस समय रहते कार्रवाई करती तो आज यह मामला न होता।
उन्होंने मौके पर ही थाने पर तैनात दरोगा प्रदीप सिंह से पूछा कि आरोपियों की गिरफ्तारी में देरी क्यों हो रही है। आरोपियों के घरो को कुर्क किया जाना चाहिए। कहा कि सिर्फ दरोगा की ही लापरवाही नहीं है, अभी जांच चल रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। उन्होंने बच्चे की परवरिश के लिए विवेकाधीन कोष से मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया है।