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आगरा के थाना ताजगंज क्षेत्र के करबना गांव में शनिवार शाम किसान पवन कुमार (32) ने फांसी लगाकर जान दे दी। घूमंतू पशुओं ने उनकी बाजरा की फसल बर्बाद कर दी थी, जिससे वो तनाव में थे। उन्होंने खेत पर ही एक पेड़ पर फांसी लगाई। घटना से परिवार में कोहराम मच गया। अब उनके घर में कोई कमाने वाला नहीं है।
गांव करबना निवासी पवन कुमार दो भाई थे। बड़ा भाई राजेश हैं। दोनों भाई के हिस्से में सवा-सवा बीघा खेत है। माता-पिता की मौत हो चुकी है। दोनों भाई खेती के साथ मजदूरी भी कर लेते थे, जिससे परिवार का खर्च चलता था। फसल से अलग से आमदनी हो जाती थी।
पवन के तहेरे भाई जीतू ने पुलिस को बताया कि पवन ने अपने हिस्से के खेत में बाजरे की फसल की थी। कुछ दिन पहले फसल को घूमंतू पशुओं ने बर्बाद कर दिया था। इससे पवन को काफी नुकसान हो गया। वो तनाव में आ गया। शनिवार शाम को खेत पर गए थे। मगर, देर शाम तक वापस नहीं आया।
साफी का फंदा बनाकर दी जान
गांव में पास के खेत पर काम कर रहे एक किसान ने उन्हें पीपल के पेड़ पर साफी से बने फंदे पर लटका देखा। इस पर परिजन को सूचना दी। पुलिस ने पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
थाना ताजगंज के प्रभारी निरीक्षक भूपेंद्र कुमार बालियान के मुताबिक, परिजन ने बताया है कि पवन की फसल घूमंतू पशुओं ने बर्बाद कर दी थी। इससे वो परेशान थे। तनाव में आकर ही उन्होंने आत्मघाती कदम उठाया।
परिवार का अब कौन सहारा?
पवन कुमार की पत्नी देवकी के आंसू नहीं रुक रहे हैं। उनके दो बेटी आठ व पांच साल, जबकि एक बेटा छह साल का है। परिवार में अब कोई सहारा नहीं है। पत्नी को परिवार के लोग संभाल रहे हैं।
विस्तार
आगरा के थाना ताजगंज क्षेत्र के करबना गांव में शनिवार शाम किसान पवन कुमार (32) ने फांसी लगाकर जान दे दी। घूमंतू पशुओं ने उनकी बाजरा की फसल बर्बाद कर दी थी, जिससे वो तनाव में थे। उन्होंने खेत पर ही एक पेड़ पर फांसी लगाई। घटना से परिवार में कोहराम मच गया। अब उनके घर में कोई कमाने वाला नहीं है।
गांव करबना निवासी पवन कुमार दो भाई थे। बड़ा भाई राजेश हैं। दोनों भाई के हिस्से में सवा-सवा बीघा खेत है। माता-पिता की मौत हो चुकी है। दोनों भाई खेती के साथ मजदूरी भी कर लेते थे, जिससे परिवार का खर्च चलता था। फसल से अलग से आमदनी हो जाती थी।
पवन के तहेरे भाई जीतू ने पुलिस को बताया कि पवन ने अपने हिस्से के खेत में बाजरे की फसल की थी। कुछ दिन पहले फसल को घूमंतू पशुओं ने बर्बाद कर दिया था। इससे पवन को काफी नुकसान हो गया। वो तनाव में आ गया। शनिवार शाम को खेत पर गए थे। मगर, देर शाम तक वापस नहीं आया।
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