मुख्यमंत्री जी, आगरा ने आपकी झोली भरी। एक बार नहीं, दो-दो बार। नौ विधायक दिए। दो सांसद। मेयर से लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष तक। फिर भी आगरा को पांच साल से सिविल एंकलेव, रबर डैम, अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम, बैराज, हैलीपैड, आईटी व अन्य पार्कों का इंतजार है। दोबारा सरकार बनने के बाद दूसरी बार आगरा आ रहे हैं। शहर उम्मीद लगाए बैठा है कि इस बार उनका इंतजार खत्म हो जाए।
दो माह पहले अगस्त में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगरा आए थे तो मेट्रो ट्रेन के मॉडल का अनावरण किया था। हर घर तिरंगा लहराने की अपील की थी। दो महीने बाद फिर सोमवार को सूबे के मुखिया आगरा में प्रबुद्धजन सम्मेलन करेंगे। तारघर मैदान से विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के आंकड़े गिनाएंगे।
करोड़ों रुपये की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास होगा। लेकिन यमुना के आंसू नहीं पुछे। 2017 में पहली बार मुख्यमंत्री बनने पर यमुना किनारा भ्रमण किया था। तब यमुना को दिन बहुरने की आस जागी, जो पांच साल बाद भी अधूरी है। ताजमहल के पार्श्व में रबर डैम प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था, प्रोजेक्ट कागजों से बाहर नहीं निकल सका।
आगरा की ये मांगें हैं अधूरी
ताजमहल के पास मुगल म्यूजियम का नाम बदला। छत्रपति शिवाजी म्यूजियम रखा, लेकिन तीन साल में काम आगे नहीं बढ़ा। पर्यटन नगरी की अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी के लिए सिविल एंकलेव की घोषणा की। सिविल एंकलेव नहीं बना। इसके अलावा इनर रिंग रोड प्रोजेक्ट अधूरा पड़ा है। हैलीपेड नहीं बना। अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की मांग अधूरी है।
चुनाव में बैराज के नाम पर वोट मांगे गए थे, वह बैराज की जगह तक चिह्नित नहीं हो पाई। लैदर पार्क और आईटी पार्क का सपना अधूरा है। घोषणाएं करने के बाद प्रोजेक्ट धरातल पर दम तोड़ रहे हैं। इस बार आगरा की आवाज सुनिए। अधूरे कार्यों को पूरा करा दीजिए। आगरा को आपसे बहुत उम्मीदें हैं।
तारघर मैदान में सोमवार को होने वाले प्रबुद्धजन सम्मेलन के लिए मंच तैयार है। पंडाल सज रहा है। घास पर रेड कारपेट बिछाई जा रही है। रंगाई पुताई से लेकर सड़कों की मरम्मत और सफाई युद्धस्तर पर जारी है। शनिवार को कमिश्नर अमित गुप्ता, डीएम नवनीत सिंह चहल, एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने तैयारियों का जायजा लिया। तारघर मैदान में खड़ी घास को काट कर साफ किया जा रहा है। प्रवेश द्वार से लेकर पार्किंग स्थल चिह्नित किए जा रहे हैं। उधर, प्रशासन ने प्रबुद्ध लोगों की सूची बनाई है। सूची से चुनिंदा पांच से छह लोगों से मुख्यमंत्री संवाद कर सकते हैं।
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मुख्यमंत्री जी, आगरा ने आपकी झोली भरी। एक बार नहीं, दो-दो बार। नौ विधायक दिए। दो सांसद। मेयर से लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष तक। फिर भी आगरा को पांच साल से सिविल एंकलेव, रबर डैम, अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम, बैराज, हैलीपैड, आईटी व अन्य पार्कों का इंतजार है। दोबारा सरकार बनने के बाद दूसरी बार आगरा आ रहे हैं। शहर उम्मीद लगाए बैठा है कि इस बार उनका इंतजार खत्म हो जाए।
दो माह पहले अगस्त में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगरा आए थे तो मेट्रो ट्रेन के मॉडल का अनावरण किया था। हर घर तिरंगा लहराने की अपील की थी। दो महीने बाद फिर सोमवार को सूबे के मुखिया आगरा में प्रबुद्धजन सम्मेलन करेंगे। तारघर मैदान से विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के आंकड़े गिनाएंगे।
करोड़ों रुपये की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास होगा। लेकिन यमुना के आंसू नहीं पुछे। 2017 में पहली बार मुख्यमंत्री बनने पर यमुना किनारा भ्रमण किया था। तब यमुना को दिन बहुरने की आस जागी, जो पांच साल बाद भी अधूरी है। ताजमहल के पार्श्व में रबर डैम प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था, प्रोजेक्ट कागजों से बाहर नहीं निकल सका।